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कंडम कारों का डं¨पग ग्राउंड बन रहा एनआइटी

बेहद खूबसूरत और योजना के तहत स्थापित एनआइटी यानी न्यू इंडस्ट्रियल टाउन अब पुरानी कंडम हो चुकी कारों का डं¨पग ग्राउंड बन रहा है। तिकोना पार्क हो या डबुआ सब्जी मंडी के पास और इससे आगे प्याली फैक्ट्री की ओर जाने वाला मार्ग हो, जिधर नजर दौड़ाओ कंडम कारें खड़ी मिल जाएंगी। अब जब अगले कुछ ही दिनों में स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू होने वाला है और सर्वेक्षण करने वाली टीम के अधिकारियों की इस पर नजर पड़ी, तो यह कंडम गाड़ियां शहर के नंबर घटाने में खलनायक की भूमिका निभाएंगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 08:58 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 08:58 PM (IST)
कंडम कारों का डं¨पग ग्राउंड बन रहा एनआइटी
कंडम कारों का डं¨पग ग्राउंड बन रहा एनआइटी

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : बेहद खूबसूरत और योजना के तहत स्थापित एनआइटी यानी न्यू इंडस्ट्रियल टाउन अब पुरानी कंडम हो चुकी कारों का डं¨पग ग्राउंड बन रहा है। तिकोना पार्क हो या डबुआ सब्जी मंडी के पास और इससे आगे प्याली फैक्ट्री की ओर जाने वाला मार्ग हो, जिधर नजर दौड़ाओ कंडम कारें खड़ी मिल जाएंगी। अब जब अगले कुछ ही दिनों में स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू होने वाला है और सर्वेक्षण करने वाली टीम के अधिकारियों की इस पर नजर पड़ी, तो यह कंडम गाड़ियां शहर के नंबर घटाने में खलनायक की भूमिका निभाएंगी। डबुआ सब्जी मंडी व लखानी धर्मशाला के पास खड़ी हैं गाड़ियां

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प्याली फैक्ट्री चौक से आगे डबुआ सब्जी मंडी रोड पर मंडी के बाहर ही मार्ग के दोनों ओर दर्जनों कंडम गाड़ियां महीनों से खड़ी हैं। जाट संस्था भवन के कोनों पर भी ऐसी ही गाड़ियां खड़ी दिखाई दी। यहीं पर गाड़ियों को काटा भी जाता है। इन गाड़ियों पर पड़ी धूल इस बात को प्रमाणित करने के लिए काफी हैं कि यह गाड़ियां लंबे समय से यहां डंप की हुई हैं। इसी तरह से एनआइटी में दो नंबर डिस्पेंसरी के सामने दो ई ब्लॉक की छोटी गली में कंडम गाड़ियां नजर आई, तो लखानी धर्मशाला के पास राजकीय बाल उच्च विद्यालय नंबर दो की दीवार के साथ भी कई महीनों से कंडम गाड़ियां डंप पड़ी हैं। इन गाड़ियों के इधर-उधर न होने से यहां सफाई भी नहीं हो पाती है। दूसरा यह चौड़े मार्ग को संकरा कर रही हैं। मार्ग के संकरा होने से कई हादसे आए दिन होते रहते हैं। नगर निगम और पुलिस की उदासीनता

ऐसा नहीं है कि नगर निगम और पुलिस को इन गाड़ियों के बारे में संज्ञान न हो। प्रतिदिन इन मार्गों से निगम के अधिकारियों की गाड़ियां निकलती हैं। पुलिस की गश्त भी होती है, पर न जाने क्यों इन गाड़ियों को हटाने के प्रति उदासीन बने हुए हैं। आखिर कोई तो बात होगी। इसका जवाब तो निगम और पुलिस के अधिकारी ही बेहतर दे सकते हैं। एनफोर्समेंट टीम इस शिकायत को प्राथमिकता पर लेगी और जल्द ही इस बाबत कार्रवाई होगी।

-रोहताश ¨सह बिश्नोई, अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम


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