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डीसी के निरीक्षण के बाद बदली नागरिक अस्पताल की सूरत

उपायुक्त अतुल द्विवेदी के निरीक्षण के बाद बुधवार को नागरिक अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार देखने को मिला लेकिन दवाओं के मामले में कोई खास परिवर्तन नहीं आया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 07:06 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 06:20 AM (IST)
डीसी के निरीक्षण के बाद बदली 
नागरिक अस्पताल की सूरत
डीसी के निरीक्षण के बाद बदली नागरिक अस्पताल की सूरत

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : उपायुक्त अतुल द्विवेदी के निरीक्षण के बाद बुधवार को नागरिक अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार देखने को मिला, लेकिन दवाओं के मामले में कोई खास परिवर्तन नहीं आया है। नागरिक अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सभी दवाएं नहीं दी जा रही थी।

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उल्लेखनीय है कि मंगलवार को उपायुक्त अतुल द्विवेदी नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी सहित वॉर्डों में दी जा रही सुविधाओं का निरीक्षण किया था और कमियां मिलने पर अधिकारियों सहित ठेकेदार की क्लास लगाई थी। इमरजेंसी में महिलाओं एवं पुरुषों को अलग-अलग भर्ती करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा ठेकेदार गौरव बांगड़ को शौचालय ठीक करने के आदेश दिए और बृहस्पतिवार को दोबारा से निरीक्षण के आदेश दिए थे। बेड पर थे पर दो मरीज

उपायुक्त अतुल द्विवेदी ने इमरजेंसी में एक बेड पर दो मरीजों को लेटा देखकर अधिकारियों को फटकार लगाई थी और एक बेड पर एक ही मरीज को भर्ती करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा महिला एवं पुरुष मरीजों को अलग-अलग भर्ती करने के आदेश दिए थे। बुधवार को स्थिति पहले जैसी ही थी। इमरजेंसी में एक बेड पर दो मरीज लेटे हुए थे। इमरजेंसी में अलग वॉर्ड बनाने के लिए तोड़फोड़ का कार्य चल रहा था, ताकि बृहस्पतिवार तक पुरुष एवं महिला मरीजों के लिए अलग-अलग वॉर्ड तैयार किया जा सके। एक दिन में ही शुरू हुई एक्सरे मशीन

नागरिक अस्पताल की एक्सरे मशीन आए दिन खराब रहती है और एक्सरे मशीन के कई दिनों तक ठीक नहीं होने की वजह से मरीजों को परेशानी होती थी। उपायुक्त अतुल द्विवेदी के आदेश के कुछ घंटों में एक्सरे मशीन ठीक हो गई। इसके अलावा बुधवार को सभी मरीजों को एक्सरे किए गए। किसी भी मरीज को लौटाया नहीं गया। शौचालय की भी बदली सूरत

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त शौचालय की दुर्दशा को देखकर ठेकेदार गौरव बांगड़ को लताड़ लगाई थी और बृहस्पतिवार तक शौचालय को बेहतर बनाने के आदेश दिए थे। बुधवार को शौचालय को ठीक करने का कार्य चल रहा था। इसके अलावा टोटियों में पानी भी आ रहा था। दवाओं के लिए भटकना पड़ा रहा था

उपायुक्त ने बच्चों को बाहर की दवाएं लिखने पर डॉक्टर को जवाब तलब किया था और नागरिक अस्पताल में उपलब्ध दवाएं लिखने के आदेश दिए थे, लेकिन दवाओं के मामले में बुधवार को हालात जस के तस दिखाई दिए। फार्मेसी से दवाएं लेकर लौट रहे मरीजों को सभी दवाएं नहीं मिल रही थी। इमरजेंसी में महिला एवं पुरुष लिए अलग वॉर्ड बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा एक्सरे मशीन भी व्यवस्थित तरीके से काम कर रही है। डॉक्टरों को एक बार फिर से आदेश दिए जाएंगे कि वह अस्पताल में मौजूद दवाओं को ही लिखे।

-डॉ. सविता यादव, प्रधान चिकित्सा अधिकारी


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