आइएएस बनने की चाहत रखती हैं टॉपर चरनजीत कौर
दसवीं में 97 फीसद अंक लेकर स्कूल में प्रथम रही चरनजीत कौर भाटिया ने उसी समय से 12वीं की परीक्षा में भी सर्वोच्च स्थान हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया था और फिर इस पहली मंजिल को पाने के लिए उसने मजबूती के साथ कदम बढ़ाने शुरू कर दिए।
सुशील भाटिया, फरीदाबाद : दसवीं में 97 फीसद अंक लेकर स्कूल में प्रथम रही चरनजीत कौर भाटिया ने उसी समय से 12वीं की परीक्षा में भी सर्वोच्च स्थान हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया था। इस पहली मंजिल को पाने के लिए उसने मजबूती के साथ कदम बढ़ाने शुरू कर दिए। चरनजीत के पिता संत सिंह का 2016 में निधन हो गया था, ऐसे में उनकी माता ऊषा ने पहले कन्फेक्शनरी की दुकान करके और फिर दुकान किराए पर देकर जो आमदनी हुई उसी से परिवार का पालन किया।
पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर की चरनजीत को अपनी मां को मुश्किलों में भी संघर्ष करते देखने से अंदर से मजबूती मिली कि हर हाल में 12वीं में अच्छे नंबर लाने हैं। बस ²ढ़ निश्चयों ने लक्ष्य को आसान कर दिया। परीक्षा के दिनों में छह से आठ घंटे नियमित रूप से पढ़ने के बाद सोमवार को वो घड़ी आ गई, जिसका इंतजार था। जब परिणाम आए तो चरनजीत की अंक तालिका में 98.8 फीसद अंक दर्ज हो चुके थे। चरनजीत ने अपनी कामयाबी का श्रेय स्कूल प्रधानाचार्य आनंद गुप्ता व अध्यापकों के उचित मार्गदर्शन को दिया, वहीं सफलता को स्व.पिता संत सिंह व मां ऊषा भाटिया को समर्पित किया। चरनजीत के अनुसार उसे आइएएस अधिकारी बनना है और समाज के वंचित तबके की सेवा करनी है। यही उसका अगला लक्ष्य है।