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वीरों को किया गया सम्मानित

गांव मोहना निवासी वीरेंद्र कुमार 4 जाट रेजिमेंट में तैनात थे। साल 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान वे मस्को घाटी पर थे। यहां मुठभेड़ में दुश्मनों का सफाया करने के बाद उनकी टीम झंड़ा फहरा रही थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 04:54 PM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 04:54 PM (IST)
वीरों को किया गया सम्मानित
वीरों को किया गया सम्मानित

जासं, फरीदाबाद : दैनिक जागरण के भारत रक्षा पर्व के तहत सेवानिवृत पैरा कमांडो सूबेदार फिरेचंद नागर और कारगिल शहीद वीरेंद्र कुमार के बड़े भाई डॉ. हरप्रसाद अत्री को सम्मानित किया गया। नगर निगम महापौर सुमन बाला ने जागरण की ओर से दोनों शख्सियत को शॉल ओढ़ाई व स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनंदन किया। सूबेदार फिरेचंद नागर पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे। अपनी सेवाकाल के दौरान उन्होंने छोटी-बड़ी 50 से अधिक लड़ाइयों में हिस्सा लिया। नवंबर 1988 में लिट्टे उग्रवादियों ने मालदीव के राष्ट्रपति को बंदी बना लिया था। उसे छुड़ाने गई टीम में फिरेचंद नागर भी शामिल थे। उन्होंने टीम के साथ ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था और राष्ट्रपति को छुड़ा लिया था। इसके अलावा सितंबर 2011 में मुंबई आतंकी हमले के दौरान वे ताज होटल में दाखिल होने वाली पहली टुकड़ी में शामिल थे। उन्हें पैर में भी गोली लगी थी।

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वहीं, गांव मोहना निवासी वीरेंद्र कुमार 4 जाट रेजिमेंट में तैनात थे। साल 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान वे मस्को घाटी पर थे। यहां मुठभेड़ में दुश्मनों का सफाया करने के बाद उनकी टीम झंड़ा फहरा रही थी। इसी दौरान उन्हें तोप का गोला लगा। वे बुरी तरह जख्मी हो गए। साथी उन्हें नीचे लाए, मगर अधिक खून बह जाने के कारण वे शहीद हो गए। इस दौरान महापौर सुमन बाला ने कहा कि सैनिक देश की आन, बान और शान हैं। भारत रक्षा पर्व के तहत दैनिक जागरण का यह अभियान काबिले तारीफ है।


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