बलदेव अलावलपुर के भाजपा छोड़ने से बदलेंगे राजनीतिक समीकरण
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बलदेव अलावलपुर ने सोमवार को हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला का हाथ थाम लिया है। अलावलपुर पहले भी इंडियन नेशनल लोकदल में ही थे तथा वे इनेलो में युवा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष सहित प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं। अलावलपुर 2014 के चुनाव के बाद इनेलो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बलदेव अलावलपुर ने सोमवार को हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला का हाथ थाम लिया है। अलावलपुर पहले भी इंडियन नेशनल लोकदल में ही थे तथा वे इनेलो में युवा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष सहित प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं। अलावलपुर 2014 के चुनाव के बाद इनेलो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। वे दुष्यंत चौटाला के पिता अजय ¨सह चौटाला के सबसे करीबी साथी माने जाते थे, मगर अजय के जेल में जाने के बाद वे अपने को उपेक्षित महसूस करने लगे। इस उपेक्षा से त्रस्त बलदेव ने भाजपा की ओर रुख किया। हालांकि वे भाजपा में भी खुश नहीं थे। उनके दुष्यंत गुट में जाने के बाद फरीदाबाद व पलवल जिला के राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। बलदेव को पृथला हल्का से दुष्यंत गुट का घोषित उम्मीदवार माना जा रहा है। इसके साथ ही यह तय हो गया है कि अब पृथला हल्के में तीन जाट उम्मीदवार होंगे तो एक ब्राह्मण व एक राजपूत। बसपा से जीते मौजूदा विधायक टेकचंद शर्मा जो इस समय में भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे हैं, बलदेव के दुष्यंत के साथ जाने पर काफी प्रसन्न हैं। उनका मानना है कि अब भाजपा में उनके सामने कोई चुनौती नहीं रह गई है। होडल विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख नेता एवं पूर्व मंत्री जगदीश नायर भी सोमवार दुष्यंत खेमे में नजर आए। जगदीश नायर को वैसे तो अभय ¨सह चौटाला का सबसे नजदीकी नेता माना जाता था मगर बदलते राजनीतिक हालात में जगदीश खुलकर दुष्यंत के साथ दिखाई दिए। उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि कोई भी कार्यकर्ता भय में काम नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में वे जब होडल में एक बड़ी जनसभा दुष्यंत की करेंगे तो वहां हथीन व पलवल के भी कुछ बड़े नेता दिखाई देंगे। सूत्रों की माने तो एक पूर्व मंत्री भी दुष्यंत के खेमे में अगले कुछ ही दिनों में जा सकते हैं।