सीमा विवाद में उलझ सकता है शराब ठेका लूट मामला
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : तिगांव क्षेत्र में 30 सितंबर को हुई शराब ठेका लूट मामले में उत्तर प्रदेश
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : तिगांव क्षेत्र में 30 सितंबर को हुई शराब ठेका लूट मामले में उत्तर प्रदेश (उप्र) स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व दनकौर थाने के पुलिसकर्मियों के नाम सामने आ रहे हैं। यह मामला सीमा विवाद में उलझ सकता है। दरअसल जिस ठेके से लूट हुई वह उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमा पर स्थित गढ़ी बेगमपुर गांव में है। वहां से उत्तर प्रदेश की सीमा मात्र 100 से 150 मीटर दूर है।
उप्र पुलिस मामले को पहले ही अवैध शराब बरामदगी से जोड़ चुकी है। यहां से ले जाई गईं शराब की 300 पेटियां दनकौर थाने में जमा कराई गईं। साथ ही मामला दर्ज कराया गया। तिगांव निवासी विनोद कुमार, भगतराम और बबली शराब को रामबीर के खेत में छोड़कर भाग गए थे।
यह हैं उप्र पुलिस के दावों में झोल : फरीदाबाद पुलिस का दावा है कि उप्र पुलिस के दावों में कई झोल हैं। सबसे पहले तो विनोद कुमार का शराब ठेका लाइसेंसशुदा है। शराब की पेटियां उनके ठेके से ले गईं न कि खेत में बरामद हुईं। उन्होंने तिगांव थाने में लूट का मामला भी दर्ज कराया हुआ है। उप्र पुलिस ने कहा है कि विनोद कुमार, भगतराम और बबली शराब को खेतों में छोड़कर भाग गए थे। विनोद कुमार ने फरीदाबाद पुलिस को बताया है कि उस दिन बबली किसी मामले में पुलिस हिरासत में था। हालांकि फरीदाबाद पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
शराब के दाम बड़ी वजह :
पकड़े गए आरोपियों ने फरीदाबाद क्राइम ब्रांच पुलिस को बताया है कि यह लूट उप्र में शराब के कारोबार से जुड़े बड़े कारोबारियों के इशारे पर हुई। दरअसल विनोद कुमार का ठेका उप्र और हरियाणा की सीमा पर स्थित है। उप्र में शराब महंगी मिलती है। ऐसे में विनोद की अधिक बिक्री होती थी। आरोपियों का कहना है कि यही बात शराब कारोबारियों को खटक रही थी और उन्होंने पुलिस के साथ विनोद कुमार का ठेका लूटने की योजना बनाई। पुलिस इन दावों की जांच में जुटी है।