अभियान का दिखा असर, कम हुआ प्रदूषण
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : एनआइटी दशहरा मैदान में मंगलवार को हुए अग्निकांड का डर कहिए या प्रदूषण
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
एनआइटी दशहरा मैदान में मंगलवार को हुए अग्निकांड का डर कहिए या प्रदूषण रहित दीपावली मनाने को लेकर सरकार और सामाजिक संगठनों के अभियान का असर, बृहस्पतिवार को दीपावली के दिन शहर में प्रदूषण की मात्रा काफी कम रही। पिछले साल के मुकाबले कार्बन डाइ आक्साइड, नाइट्रोजन आक्साइड और हवा में धूल कण (पीएम2.5) की मात्रा काफी कम रही।
दिलचस्प यह रहा कि 21 अक्टूबर को अग्निकांड वाले दिन के मुकाबले दीपावली वाले दिन प्रदूषण की मात्रा कम रिकार्ड की गई।
हरियाणा प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड के सेक्टर 16ए में लगाए गए प्रदूषण मापक यंत्र के आंकड़े बताते हैं कि अग्निकांड वाले दिन मंगलवार को कार्बन मोनोआक्साइड की मात्रा शाम सात बजे 3.2 मिलीग्राम पर क्यूबिक मीटर थी, जो 10 बजे तक 5.0 मिलीग्राम तक पहुंच गई, लेकिन दीपावली वाले दिन बृहस्पतिवार को शाम सात से 11 बजे तक 1.4 मिलीग्राम के आसपास ही रहा।
इसी तरह अग्निकांड के बाद मंगलवार को नाइट्रोजन डाइआक्साइड की मात्रा 164 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से बढ़ कर 406 तक पहुंच गई थी, लेकिन दीपावली वाले दिन इसकी अधिकतम मात्रा 113 माइक्रोग्राम रिकार्ड की गई।
हालांकि दीपावली वाले दिन हवा में महीन अवांछित कणों (पीएम2.5) की मात्रा काफी बढ़ गई। अग्निकांड वाले दिन इसकी अधिकतम मात्रा 267 माइक्रोग्राम थी, जबकि बृहस्पतिवार को लगभग तीन गुना बढ़ गई और रात 11 बजे 663 माइक्रोग्राम रिकार्ड की गई।
पिछले साल के मुकाबले इस साल दीपावली पर कम प्रदूषण का रिकार्ड किया गया। बृहस्पतिवार को फरीदाबाद में कार्बन डाइ आक्साइड की अधिकतम मात्रा 1.7 मिलीग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रिकार्ड की गई, जबकि पिछले साल तीन नवंबर को दीपावली के दिन कार्बन डाइ आक्साइड की अधिकतम मात्रा 2.2 मिलीग्राम था। इसी तरह इस बार बृहस्पतिवार को नाइट्रोजन आक्साइड की अधिकतम मात्रा 113 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी, जबकि पिछले साल 178 माइक्रोग्राम तक पहुंच गई थी।
वहीं पिछले साल पीएम2.5 की मात्रा 787 माइक्रोग्राम तक पहुंच गई थी, लेकिन इस बार पीएम2.5 की अधिकतम मात्रा 663 माइक्रोग्राम के आसपास रही।