लापता व्यापारी को ढूंढने में पुलिस की सांसे फूली
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
एनआइटी-5 से 11 दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता व्यापारी व फाइनेंसर राणा प्रताप आहूजा को ढूंढने में पुलिस की सांसे फूल गई हैं, मगर अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। घटना के बाद से उनके दोनों मोबाइल फोन बंद हैं। उधर जैसे जैसे दिन बीतते जा रहे हैं, परिजनों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। परिजन पुलिस आयुक्त से लेकर मुख्यमंत्री तक मिल चुके हैं।
एनआइटी-5 स्थित स्टेंडर्ड पंजाबी ढाबा के संचालक राणा प्रताप आहूजा का शेयर मार्केट, फाइनेंस, प्रापर्टी व कमेटियों का भी कारोबार है। उनके घर से चंद कदम की दूरी पर ही उनका आफिस है। 18 अगस्त को राणा अपने कार्यालय गए थे। करीब 1.15 बजे तक वह आफिस में थे। इसके बाद उन्होंने अपने एक दोस्त को फोन कर अपने आफिस बुलाया था। इसके कुछ देर बाद वह अपने कार्यालय में मौजूद कैशियर दीपक को घर जाने की बात कहकर आफिस से निकले थे, मगर घर नहीं पहुंचे। इस दौरान उनका दोस्त भी वहां पहुंच गया। उसने राणा को फोन किया तो फोन बंद था। वह घर पहुंचा तो राणा घर पर भी नहीं थे। जब काफी देर तक न उनका फोन मिला और न ही उनके बारे में कुछ पता चला तो घर वाले परेशान हो गए। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और उनके अपहरण का मामला दर्ज करवाया है।
घटना के 11 दिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार राणा ने कुछ समय पहले ही मार्केट में चल रही कमेटियों से काफी पैसा उठाया है। ऐसे में पुलिस मामले की हर पहलू से जांच में जुटी हुई है। पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी ज्यादा बताने से बच रही है, जिससे की जांच प्रभावित न हो।
वहीं फरीदाबाद के पाली से नोएडा क्रेशर की रकम लेने गए व्यापारी लखनपाल के मामले को भी नोएडा पुलिस संदिग्ध बता रही है। लखनपाल 26 अगस्त को नोएडा के बरौला गांव में सरफराज राणा नाम के व्यक्ति से क्रेशर के रुपये लेने गए थे और उसके बाद से लापता हैं।