पांच वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा ओआरएस
जागरण संवाददाता, पलवल : स्वास्थ्य विभाग की ओर से पांच वर्ष तक के बच्चों को डायरिया से बचाने के लिए ओआरएस ओरल रीहाइड्रेशन साल्ट के पैकेट वितरित करने का निर्णय लिया है। विभाग द्वारा शीघ्र ही एक अभियान चलाया जाएगा। इसमें आशा व आंगनवाड़ी वर्करों को शामिल किया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए प्राथमिक स्कूलों में भी जाकर बच्चों को जागरूक किया जाएगा।
क्यों चलाई जा रही है योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अनुसार आमतौर पर बारिश के दिनों में जलजनित रोगों की चपेट में सबसे पहले छोटे बच्चे ही आते हैं। खासकर पांच वर्ष से कम की आयु वाले बच्चों में डायरिया, उल्टी व दस्त जैसी शिकायतें बढ़ जाती हैं। बच्चों में इन जलजनित रोगों की वजह से पानी की कमी हो जाती है। इनकी रोकथाम के लिए डाक्टर की सलाह के साथ ही कई परहेज की भी आवश्यकता होती है।
ऐसे कार्य होगा अभियान में
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जाने वाले इस अभियान के पहले सप्ताह में आशा व आंगनवाड़ी वर्कर पांच वर्ष तक के बच्चों का सर्वे करेंगी। सर्वे के दौरान स्वास्थ्य जांच के अलावा उन्हें ओआरएस पैकेट और जिंक टेबलेट भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। पांच वर्ष से ज्यादा उम्र के बच्चों को साफ सफाई रखने की भी सलाह दी जाएगी। दूसरे सप्ताह में स्तनपान आदि की जानकारी बच्चों के माता-पिता को दी जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि चार से छह महीने तक बच्चे को स्तनपान करवाना चाहिए और उसके बाद केला, दही जैसी चीजें दी जा सकती हैं।
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स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा बच्चों को डायरिया व दस्त जैसी बीमारियों से बचाना है। विभाग इसके लिए हर संभव प्रयास करेगा।
- डा. राजेंद्र प्रसाद, जिला सिविल सर्जन पलवल।