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एक वर्ष बाद भी मंदिर लूटपाट वारदात का नहीं हुआ खुलासा

संवाद सहयोगी, बाढड़ा पिछले वर्ष दो जनवरी को क्षेत्र के गांव डांडमा में स्थित दादी नानुसती मंदिर

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 01:35 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 01:35 AM (IST)
एक वर्ष बाद भी मंदिर लूटपाट वारदात का नहीं हुआ खुलासा

संवाद सहयोगी, बाढड़ा

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पिछले वर्ष दो जनवरी को क्षेत्र के गांव डांडमा में स्थित दादी नानुसती मंदिर में 50 लाख के लूटपाट मामले की घटना का भले ही लंबा अर्सा गुजर गया लेकिन लुटेरों पर लगाम कसने के लिए गठित की गई तीन रैंजों की पुलिस टीम खाली हाथ ही है। लूट का पर्दाफाश करने में नाकाम रहने व अपराधियों की गिरफ्तारी में देरी से धार्मिक संगठनों में रोष चरम पर है। प्रदेश में सर्दी के आगमन के साथ ही चोरियों की घटनाओं में इजाफा होता है। कभी एनसीआर के बैंकों व बड़े औद्योगिक क्षेत्र में घटित लूट की घटनाओं के बाद पहली बार लुटेरों ने दक्षिणी हरियाणा के मंदिरों को अपना निशाना बनाया था। सर्दी व धुंध के मौसम में पुलिस स्वयं गश्त करने के अलावा ग्रामीणों से भी ठीकरी पहरे लगाने की अपील करती रहती है। एक वर्ष पूर्व हुई घटनाओं में पहले हांसी के प्रसिद्ध मंदिर में एक करोड़ की मूर्तियां व आभूषण लूटे गए तथा बाद में बाढड़ा क्षेत्र के गांव डांडमा में डालमिया परिवार की कुलदेवी दादी नानुसती मंदिर में चालीस लाख की चांदी व दस लाख के आभूषणों को अपना निशाना बनाया। इसके दो दिन पूर्व लाखों शिवभक्त श्रद्धालुओं के प्रतीक बाघोत के बाघेश्वर धाम पर रात्रि को मंदिर के महंत को घायल कर एक करोड़ से अधिक की मूर्तियां लूट ली थी। इस बारे में बाढड़ा थाना प्रभारी सूरजभान से ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुटी है। उनके अलावा दादरी अपराध अन्वेंषण ब्यूरो ने डांडमा के दादी नानुसती मंदिर के लूटकांड के मामले सुझाने के लिए महेन्द्रगढ़ व हांसी पुलिस के साथ संयुक्त जांच अभियान चलाया हुआ है। लुटेरों को मिले कड़ी सजा

डांडमा की दादी नानुसती मंदिर ट्रस्ट डांडमा की दादी नानुसती मंदिर ट्रस्ट के संचालक महाबीर प्रसाद डालमिया व मंदिर संचालक प्रभारी मोहनलाल शर्मा ने कहा कि डांडमा हो बाघोत ये देश व प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्र है। सरकार को इन पवित्र स्थलों को लुटने वाले अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर उनको कड़ी सजा देनी चाहिए।


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