किसान धरनों में ग्रामीणों का जमावड़ा बढ़ रहा
संवाद सहयोगी बहल कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के खंड के गांवों में अलग अलग धरने जार
संवाद सहयोगी, बहल : कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के खंड के गांवों में अलग अलग धरने जारी है और धरनों में लोगों का जमावड़ा बढ़ता ही जा रहा है। गांव सोरड़ा में संयुक्त किसान मोर्चे का धरना 17वें दिन में प्रवेश कर गया। वहीं बहल में रिलायंस पेट्रोल पंप का बंद करने को किया गया धरना चौथे दिन में और चैहड़कलां का धरना तीरे दिन में प्रवेश कर गया। शनिवार को पहले से घोषित सतगामा में किसानों ने धरना शुरू कर दिया है। किसानों के ये धरने दिन रात जारी है और तीनों कृषि कानूनों के रद्द होने तक धरने जारी रखने का संकल्प लिया गया है। किसान धरनों को संबोधित करने को देश व प्रदेश के शीर्ष किसान संगठनों के नेता पहुंच रहे हैं। शनिवार को चैहड़कलां धरने को संबोधित करने जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सचिव गंगाराम श्योराण व अंतरराष्ट्रीय योगा खिलाड़ी कविता आर्य ने धरनों को संबोधित किया। सतगामा के सात गांव के किसानों ने शनिवार को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हो गोपालवास गांव में यज्ञ के साथ अनिश्चितकालिन धरना शुरू कर दिया है। आज के धरने की अध्यक्षता अभय सांगवान ने की। धरने को भाकियू जिला महासचिव बिजेंद्र, प्रदीप मंढौली, पूर्व सरपंच दयाचंद, मुकेश कासनी, अनिल चैहड़कलां, आदि ने संबोधित किया। धरने पर सुमेर गोपालवास, अत्तर पहलवान, शमेशर हरियावास, रणबीर मंढौली, नितिन बांगड़वा सिधनंवा, तेजसिंह सिधनंवा, जयबीर श्योराण, पवन गोकलपुरा आदि मुख्यरूप से मौजूद रहे। चैहड़कलां धरने की अध्यक्षता दादा हीरासिंह ने की और 24 घंटे के कार्मिक अनशन पर विनय कुमार बैठे। कविता आर्या पातवान, मुकेश बूढ़ेडा, मास्टर विजय सिंह, किसान नेता छत्रपाल, मास्टर दरीया सिंह, आलोक आर्य लोहारू, अमर सोलंकी बहल, गंगाराम श्योराण अपना समर्थन देने पहुंचे। सोरड़ा कदीम में जारी किसानों के धरने को जगवीर डेयरी, सुरेंद्र, मास्टर अमर सिंह, पूर्णराम, महिद्र सिंह, बलवान ढाणी, कृष्ण, रामकिशन सहित अनेक किसान शामिल हुए।