शहर की नंदीशाला में अनियमितताओं का आरोप, कार्रवाई की मांग
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय अग्रसेन धर्मशाला के समीप नंदीशाला में कार्यरत कर्मचारिय
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय अग्रसेन धर्मशाला के समीप नंदीशाला में कार्यरत कर्मचारियों की मनमानी से खफा पुराना झज्जर रोड व शहर के अन्य वार्डो के दर्जनों लोग उपायुक्त दरबार पहुंचे। नागरिकों ने नंदीशाला की देखरेख में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए यहां नियुक्त कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
शहर निवासी अनिता, ज्योति, प्रवीन सैनी, मीना, शारदा, गंगा देवी, शीला, पुष्पा, ¨रकू, मुन्नी, बिमला, प्रवीन, मनोज व प्रदीप ने उपायुक्त कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर बताया कि अग्रसेन धर्मशाला के समीप प्रशासन ने बेसहारा पशुओं को रखने के लिए नंदीशाला खोली थी। इस नंदीशाला के संचालन में क्षेत्र की विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने भी भरपूर सहयोग किया। लेकिन यहां नियुक्त कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियां पूरी निष्ठा से नहीं निभा रहे। नागरिकों ने आरोप लगाया कि रात के समय पशुओं को बाहर छोड़ दिया जाता है। सड़कों पर ही चारा डाल दिया जाता है, जिस पर इन पशुओं का जमावड़ा रहता है। ये पशु आवागमन में बाधा के साथ ही हादसों का पर्याय बन रहे हैं। सड़कों पर गंदगी फैल रही है। इसके साथ ही नंदीशाला के बाहर चारा काटने की मशीन के कारण सड़क मार्ग पर जाम के हालात रहते हैं। इस मशीन को नंदीशाला के अंदर ही शिफ्ट किया जाना चाहिए। इन समस्याओं से परेशान आसपास के लोग जब कर्मचारियों से बात करते हैं तो वे उल्टा उन्हें ही धमकाने लग जाते हैं।
प्रवीन सैनी व अन्य ने कहा कि उक्त कर्मचारी उनके साथ अभद्रता करते है और एससी, एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करवाने की बात करते हैं। कर्मचारियों की अनदेखी के कारण यहां पशुओं की संख्या भी काफी कम हो चुकी है। दोबारा से शहर की सड़कों पर पशुओं का तांडव शुरू हो गया है। इन हालातों में नंदीशाला खोलने का कोई फायदा नहीं रहा है। प्रशासन को चाहिए कि मनमानी करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करे और नंदीशाला को सुचारू रूप से संचालन कराए। यदि इस मांग पर गौर नहीं की गई तो शहर के नागरिक आंदोलन को मजबूर होंगे।