पहल : स्वयं के खर्चे पर बालकों के लिए वाहन की व्यवस्था की शिक्षकों ने
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गांव गो¨वदपुरा स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों ने
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
गांव गो¨वदपुरा स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों ने आसपास के गांवों से आने वाले बच्चों के लिए अपने खर्चे पर वाहन की व्यवस्था कर प्रेरक मिसाल पेश की है। स्कूल के शिक्षक दारा ¨सह, बंता ¨सह, भूपेंद्र ¨सह एवं सोमबीर ¨सह इत्यादि द्वारा बच्चों के शिक्षण के लिए स्वयं अपने खर्चे पर की गई वाहन व्यवस्था की पहल को ग्रामीणों ने सराहा है। शिक्षा सबका अधिकार मुहिम को प्रबल बनाने के लिए इस विद्यालय के स्टाफ सदस्यों ने दूर दराज खेतों व ढ़ाणियों में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए वाहन की व्यवस्था स्वयं के खर्चे पर की है। यह वाहन इन बच्चों को सुबह स्कूल आरंभ होने के समय से पूर्व इनके निवास स्थानों से लेकर आता है और अवकाश के बाद घर छोड़ता है। स्कूल स्टाफ द्वारा पिछले दो वर्षो से की जा रही इस व्यवस्था का ही परिणाम है कि इन सालों की अवधि के दौरान कोई भी बालक ड्रॉप आउट नहीं रहा है। शिक्षा साधन नहीं बल्कि साधना
गांव गो¨वदपुरा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि उनका मुख्य लक्ष्य यहीं है कि गांव का एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। वे अपने वेतन में से कुछ हिस्सा जरूरतमंद बच्चों को आने जाने की सुविधा पर खर्च कर रहे है तो इसे वे कोई बड़ी बात भी नहीं मान रहे है। प्रत्येक शिक्षक का कर्तव्य है कि वह शिक्षा के प्रति समर्पण का भाव रखे। शिक्षा साधन नहीं बल्कि साधना रूपी कार्य है। शिक्षकों का समर्पण सराहनीय
इन दिनों जबकि सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर आमजन द्वारा कई प्रकार के सवाल उठाए जाते रहे है वहीं गांव गो¨वदपुरा के सरकारी स्कूल के शिक्षकों का समर्पण सराहनीय माना जा सकता है। गो¨वदपुरा के साथ-साथ दादरी जिले के कम से कम एक दर्जन अन्य भी सरकारी स्कूल है जहां के शिक्षक छात्र, छात्राओं के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं अपने स्तर पर मुहैया करवाने के लिए प्रयासरत है।