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21 से खुलेंगे स्कूल पर नहीं लगेंगी कक्षाएं, परामर्श ले सकेंगे बच्चे

सुरेश मेहरा भिवानी कोरोना संक्रमण से सावधानी रखते हुए धीरे-धीरे स्कूल खोलने की प्रक्रि

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 05:46 AM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 05:46 AM (IST)
21 से खुलेंगे स्कूल पर नहीं लगेंगी कक्षाएं, परामर्श ले सकेंगे बच्चे

सुरेश मेहरा, भिवानी:

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कोरोना संक्रमण से सावधानी रखते हुए धीरे-धीरे स्कूल खोलने की प्रक्रिया 21 सितंबर से शुरू हो रही है। हालांकि सबसे पहले परामर्श के रूप में स्कूल बच्चों के लिए खोले जा रहे हैं। स्कूल खोलने से पहले शिक्षा विभाग ने इसके लिए अभिभावकों की स्वीकृति ली है। गूगल फार्म के जरिये शिक्षा विभाग ने सर्वे कराया है। इसमें अभिभावकों लिखित में यह दिया है कि वे बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमत हैं। जिला के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के कक्षा 9 से 12वीं के बच्चे ही स्कूल में आकर परामर्श ले सकते हैं। खुद अध्यापकों की माने तो इस पूरे कार्य के लिए अध्यापक ही मुख्य धूरी हैं। बच्चों की संख्या और विषय तय करेगा स्कूल

परामर्श के लिए स्कूल में कितने बच्चे आएंगे। किस विषय और कक्षा के बच्चे आएंगे यह स्कूल ही तय करेगा। स्कूल में बच्चों की भीड़ एकत्रित न हो इसके लिए भी स्पेशल निर्देश दिए गए हैं। इसके बारे में स्कूल मुखिया को ध्यान रखना होगा। स्कूल खोलने से पहले यह है तैयारी

-कंटेनमेंट जोन में स्कूल नहीं खुलेंगे।

-क्वारंटाइन बनाए स्कूलों को विशेष सैनिटाइज करना होगा।

-अध्यापक 50 फीसदी ही स्कूल आएगा।

-बायोमिट्रिक हाजिरी नहीं लगेगी

-स्कूल को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जाएगा।

-सैनिटाइजर की व्यवस्था खुद स्कूल करेगा।

-थर्मल स्कैनर स्कूल में होना जरूरी है। प्रतिदिन करनी है।

-कंप्यूटर और दूसरी लैब, पीने के पानी टंकी की गहनता से सफाई जरूरी है।

-सफाई के कार्य से विद्यार्थियों को हर हाल में दूर रखा जाएगा।

-स्कूल में तीन गेट होना जरूरी है, बच्चे भीड़ के रूप में गेट से न जाएं।

-प्रत्येक अध्यापक को 21 सितंबर से पहले कोरोना टेस्ट करवाना होगा।

-क्लास रूम में 18 से ज्यादा बच्चे नहीं बैठ सकते है। अध्यापन या परामर्श के दौरान ये सावधानी जरूरी है

-प्रत्येक बच्चा आपस छह फुट दूर रहेगा।

-विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए मास्क अनिवार्य है।

-सभी बच्चे के बार-बार साबुन आदि हाथ धुलाएं।

-खांसते और छींकते समय रुमाल और टिसू पेपर का इस्तेमाल कैसे करें, बच्चों को बताएं।

-अध्यापक व बच्चे अपने स्वास्थ्य की खुद भी निगरानी रखेंगे।

-स्कूल प्रांगण में धूकना नहीं है। इस पर पूरी तरह से रोक रहेगी।

-अध्यापक अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप जरूरी इंस्टाल करेंगे। ऑनलाइन और डिस्टेंस लर्निंग जारी रहेगी

-कक्षा नौ से 12 के विद्यार्थी अध्यापकों से परामर्श लेने के लिए अपने अभिभावकों की सहमति से ही स्कूल आएंगे।

-किसी भी हालत में विद्यार्थियों को झुंड में एकत्रित नहीं होने देना है। वर्जन

स्कूलों में भवन व संक्रमण से बचाने वाली सामग्री का अभाव है। इसके चलते अध्यापकों द्वारा यह व्यवस्था बनाना आसान काम नहीं है। फिर भी अध्यापक अध्यापन के प्रति समर्पित हैं।

-सतबीर सिंह तंवर, राज्य उपप्रधान, हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन

वर्जन

परामर्श के लिए 21 से स्कूल खोले जाएंगे। इस दौरान कक्षाएं नहीं लगेंगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी हिदायतों की पालना की जाएगी। अध्यापक और बच्चे इनकी पूरी तरह से पालना करेंगे। स्कूल खोलने से पहले और इसके बाद भी नियमित रूप से सैनिटाइज किए जाएंगे।

-अजीत सिंह श्योराण, जिला शिक्षा अधिकारी, भिवानी।


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