राहत : बिजली किल्लत से मिलेगा छुटकारा, दो पावर हाउसों का निर्माण शुरू
चरखी दादरी : बिजली निगम द्वारा ओवर लो¨डग को खत्म करने के लिए बनाए जा रहे
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बिजली निगम द्वारा ओवर लो¨डग को खत्म करने के लिए बनाए जा रहे दो नए बिजली घरों का निर्माण किया जा रहा है। अभी तक एक बिजली घर का बि¨ल्डग का कार्य हो चुका है, वहीं दूसरे बिजली घर पर मात्र 20 फीसदी कार्य ही हो सका है। संभावना है कि होली के त्योहार तक दोनों बिजलीघरों का कार्य पूरा कर उन्हें लोगों के लिए चालू कर दिया जाएगा। इससे आने वाले गर्मियों के सीजन में लोगों को बिजली की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा।
बिजली निगम द्वारा जिले के लोगों को बिजली की किल्लत से निजात दिलाने के लिए दादरी नगर के समीप दो नए बिजलीघरों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए सितंबर माह में चीफ इंजीनियर ने बिजली अफसरों के प्रस्ताव पर मोहर लगाई थी। बजट मिलने के बाद बिजली अफसरों ने दोनों बिजलीघरों का निर्माण कार्य शुरू करवाया था। तब से लेकर अब तक करीब तीन माह बीत चुके हैं और एक बिजलीघर का कार्य करीब 60 फीसद तो एक बिजलीघर का कार्य 20 फीसदी पूरा हुआ है। संभावना है कि एक बिजलीघर को नए साल में जनवरी के अंत तक चालू कर दिया जाएगा। जबकि दूसरे को होली के त्योहार तक पूरा करते हुए चालू किए जाने की संभावना है। 33-33 केवीए के दोनों बिजलीघरों के चालू होने से जिले के लोगों को गर्मी के मौसम में बिजली संकट से निजात मिल सकेगी। इससे गांवों में ट्रि¨पग, लाइनों में फाल्ट, ओवर लो¨डग के चलते ट्रांसफार्मरों के जलने की समस्या से भी निजात मिलेगी। पैंतावास कलां, कमोद में चल रहा है निर्माण
बिजली निगम द्वारा जिले के गांव पैंतावास कलां और कमोद में बिजलीघर का निर्माण कराया जा रहा है। इससे पहले गांव समसपुर में बिजलीघर बनाने के लिए अफसरों ने जमीन देखी थी, लेकिन अंतिम मौक पर जमीन उपलब्ध न होने के कारण अफसरों को योजना बदलनी पड़ी थी। सांजरवास बिजलीघर से कम होगा लोड
सांजरवास गांव स्थित बिजलीघर काफी समय से ओवरलोड चल रहा है। गांव कमोद में 33 केवीए का बिजलीघर बनने से आस-पास के दर्जनों गांवों के लोगों को बेहतर बिजली सप्लाई मिल सकेगी। साथ ही लोगों को लो वोल्टेज, बिजली की अघोषित कटौती से भी निजात मिल सकेगी। जल्द पूरा होगा निर्माण : एक्सईएन
दक्षिणी हरियाणा बिजली निगम के एक्सईएन ओमबीर ¨सह ने बताया कि जल्द से जल्द बिजली घरों का निर्माण पूरा कर उन्हें चालू करवाया जाएगा। इससे संबंधित क्षेत्र के हजारों कृषि व घरेलू उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।