एमएसपी बढ़ाकर किसानों को किया गुमराह : राकेश
जागरण संवाददाता, भिवानी : सरकार के एमएसपी बढ़ाने के दावों को किसान संगठनों और किसानों
जागरण संवाददाता, भिवानी : सरकार के एमएसपी बढ़ाने के दावों को किसान संगठनों और किसानों ने उन्हें गुमराह करने वाले आंकड़े बताए है। यह आरोप भारतीय किसान यूनियन के युवा जिला अध्यक्ष राकेश आर्य नीमड़ीवाली ने लगाए। युवा जिला अध्यक्ष राकेश आर्य नीमड़ीवाली ने बताया कि सत्तर साल में देश में बनने वाली सरकारों ने किसानों के नाम पर राजनीति की है, लेकिन किसानों का भला करने की कभी नहीं सोची। उन्होंने किसानों की मांग करते हुए कहा कि स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की जाए। लेकिन सरकार अपनी बनाई रिपोर्ट लागू कर रही है और किसानों को गुमराह कर रही है। राकेश आर्य ने कहा कि स्वामीनाथन रिपोर्ट में केवल सी-2 फार्मूला दिया है, जिससे किसानों को उनकी फसलों का लागत मूल्य से 50 फीसद अधिक भाव मिलता है, लेकिन भाजपा सरकार ने किसानों को गुमराह करते हुए अपना ए-2 प्लस एफएल फार्मूला बनाकर किसानों के साथ भद्दा मजाक किया है। उन्होंने बताया कि ए-2 फार्मूला में सरकार ने फसलों पर होने वाले सारे खर्च नहीं जोड़े केवल खाद बीज दवाई और मेहनत को जोड़ कर यह फार्मूला बना दिया। जबकि किसानों को स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर सी-2 फार्मूला के हिसाब से समर्थन मूल्य दिया जाना चाहिए था। उन्होंने बताया कि सी-2 फार्मूला के अंदर किसानों को फसल तैयार करने और उसके पैदा होने तक पूरा खर्च जोड़ा जाता है जिसे लागत मूल्य कहते हैं। इसमें जमीन का ठेका, जमीन पर होने वाले दूसरा खर्च, खाद बीज दवाई, ¨सचाई के अलावा परिवार वालों का वेतन, मजदूरी, जमीन पर खर्च होने वाले पैसे का ब्याज आदि जोड़कर समर्थन मूल्य तय किया जाना चाहिए।