भर्ती बोर्ड की गलती का खामियाजा भुगत रहे बर्खास्त पीटीआइ : जांगड़ा
जागरण संवाददाता भिवानी भाजपा सरकार अपने वायदे को पूरी तरह से भूलकर तानाशाही पर उतर
जागरण संवाददाता, भिवानी : भाजपा सरकार अपने वायदे को पूरी तरह से भूलकर तानाशाही पर उतर आई हैं। भाजपा के इस तानाशाही रवैये की मार बर्खास्त पीटीआइ अध्यापक अपना रोजगार खोकर झेल रहे हैं। यह बात हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष दिलबाग जांगड़ा ने लघु सचिवालय के बाहर रोजगार की मांग को लेकर पिछले 294 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआइ को संबोधित करते हुए कही। जांगड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार बर्खास्त पीटीआइ के साथ शत्रुतापूर्ण रवैया अपना रही हैं। भर्ती बोर्ड की गलती की वजह से बर्खास्त पीटीआइ अपना रोजगार खोकर भूखे मरने की कगार पर पहुंच चुके हैं, लेकिन प्रदेश सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा व कांग्रेस की आपसी लड़ाई में खामियाजा बर्खास्त पीटीआइ को भुगतना पड़ रहा हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट में बर्खास्त पीटीआइ की कही काई गलती सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से हठधर्मिता व तानाशाही पर उतर आई है, लेकिन इसका खामियाजा अब उन्हे भुगतना पड़ेगा। जांगड़ा ने कहा कि विधानसभा में भी वर्तमान सीएम व पूर्व सीएम ने भी यह माना था कि बर्खास्त पीटीआइ का कोई दोष नहीं है। जिसकी गलती है, उन्हें सजा दी जाएगी, लेकिन फिर भी 1983 बर्खास्त पीटीआइ दूसरों की गलती की सजा भुगत रहे हैं। धरने का संचालन मदनलाल सरोहा ने किया। इस अवसर पर ओमप्रकाश शेखावत, राकेश मलिक, जरनैल सिंह, सतीश कुमार, रामबीर तिगड़ाना, मा. चांदीराम, भूप सिंह डीपीई, बलजीत तालु, संदीप सिंह, राजेश कुमार, सुरेश कुंगड़, मुन्नी देवी, राजपाल यादव, मनोज कुमार, कर्मजीत, विनोद वैद, राजेश कुमार, कृष्ण यादव, सतीश यादव, अनिल तंवर आदि मौजूद थे।