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रात, सुबह धुंध से परेशानियां, दिन में निकली धूप से मिली राहत

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : शनिवार को भी शीतलहर चलने, कड़ाके की ठंड पड़ने का ि

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Dec 2017 11:51 PM (IST)Updated: Mon, 18 Dec 2017 02:50 PM (IST)
रात, सुबह धुंध से परेशानियां, दिन में निकली धूप से मिली राहत
रात, सुबह धुंध से परेशानियां, दिन में निकली धूप से मिली राहत

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

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शनिवार को भी शीतलहर चलने, कड़ाके की ठंड पड़ने का सिलसिला जारी रहा लेकिन सुबह से सायं तक खिलकर निकली धूप से लोगों को काफी राहत मिली। दादरी नगर में स्थान स्थान पर लोग खुले में बैठे धूप का आनंद लेते दिखाई दिए वहीं सुबह, सायं व रात्रि को कई स्थानों पर अलाव जलाकर लोग ठंड से बचाव करते नजर आए। तापमान गिरने, शीत लहर चलने व ठंड पड़ने का असर यहां के सामान्य जन जीवन पर नजर आया। बीती रात व शनिवार सुबह तक धुंध का प्रकोप बना हुआ था लेकिन बाद में मौसम में बदलाव आता गया। दिन में धूप निकलने के कारण दादरी नगर के बाजारों में खासी भीड़ दिखाई दी लेकिन सुबह सायं नाममात्र के ग्राहक ही दिखाई दिए। सायं 6 बजे बाद तो कई बाजार बंद हो चुके थे। विशेषकर नगर के बाजार जहां कुछ रोज पहले तक रात्रि 10 बजे तक रौनक रहती थी वहां पिछले तीन चार दिनों से सायं के बाद सन्नाटा पसरा नजर आने लगा है। इसके साथ ही पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बदले मौसम के साथ दादरी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में ठंड से जुड़ी बीमारियां तेजी से पैर पसारने लगी हैं। स्थानीय सरकारी व निजी अस्पतालों में बुखार, खांसी, जुकाम, वायरल, टायफाइड, श्वांस, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, दमा, फेफड़ों की बीमारियों से प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्थानीय चिकित्सक लोगों से ठंड से बचाव रखने, मौसम के अनुसार खानपान व रहन सहन में बदलाव करने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इन दिनों विशेषकर छोटे बच्चों, बुजुर्गों, पहले से ही बीमारियों से प्रभावित मरीजों की विशेष देखभाल करना जरूरी है। थोड़ी सावधानियां कर हम गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं।

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व्यवस्था करने की मांग

बढ़ती ठंड, शीत लहर चलने के साथ ही दादरी नगर में रहने वाले बेघर, बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरों, अलाव इत्यादि की व्यवस्था करने की मांग की जाने लगी है। पिछले तीन चार वर्षों के दौरान कुछ लोग खुले में ठंड के कारण जान गवा बैठे थे। हालांकि उस समय भी प्रशासन ने बेसहारा लोगों को सर्दी से बचाने के लिए अस्थाई व्यवस्था करने की बात कही थी। लेकिन मौसम बदल जाता है पर प्रशासनिक स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं हो पाती है। इस बार भी स्थिति कुछ ऐसी ही दिखाई दे रही है। नगर में काफी संख्या में ऐसे लोग दिखाई देते हैं जो बेघर होने के कारण खुले स्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आसपास रहते हैं। इन्हें सर्दी से बचाने के लिए अस्थाई रूप से रैन बसेरे व रात्रि को अलाव जलाने की व्यवस्था जरूरी दिखाई दे रही है।

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गर्म वस्त्रों की मांग बढ़ी

बाजारों में इन दिनों गर्म वस्त्रों की दुकानों पर खासी रौनक दिखाई दे रही है। दुकानों के साथ-साथ पटरी बाजारों में बिकने वाले सस्ते गर्म वस्त्र भी मध्यम व गरीब तबके के लोगों की पसंद बने हुए है। विशेषकर बाजारों में स्वेटर, जैकेट, कोट पैंट, ट्रेकसूट, जर्सियां इत्यादि की खासी बिक्री दिखाई दे रही है।

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सर्दी में भी पेयजल संकट

कड़ाके की ठंड के बावजूद दादरी नगर की कई कालोनियों में पेयजल संकट बना हुआ है। लोगों का कहना है कि उनके यहां दो दो, तीन तीन दिनों में केवल एक बार पानी की सप्लाई होती है। इस बारे में जन स्वास्थ्य विभाग से बार बार शिकायतें किए जाने के बाद भी कोई प्रभावी कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है।


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