कोरोना प्लान: अनाज मंडियों में फसलों की आवक शुरू पर कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाह दिखाई दे रहे लोग
कोरोना को लेकर लोग बेपरवाह नजर आ रहे हैं।
फोटो : 5 सीडीआर 5,6,7 जेपीजी में है। कुल 3 फोटो है। जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले में पिछले कुछ दिनों के दौरान कोरोना संक्रमण के कई मामले मिल चुके हैं। अगस्त के अंत तक जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा महज 290 था। लेकिन सितंबर व अक्टूबर के पहले सप्ताह में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का यह आंकड़ा दोगुना से भी अधिक हो चुका हैं। उसके बावजूद भी लोग कोरोना से बचाव के प्रति जागरुक नहीं हो रहे हैं। दादरी शहर के विभिन्न बाजारों, बस स्टैंड, सरकारी कार्यालयों में आने वाले अधिकांश लोगों द्वारा नियमों की पालना नहीं की जा रही है। वहीं फिलहाल अनाज मंडी में चल रही खरीफ सीजन की फसलों की सरकारी खरीद के दौरान आढ़ती, किसान व श्रमिकों द्वारा भी नियमों की पालना को लेकर लापरवाही बरती जा रही हैं। दादरी की नई अनाज मंडी, बाढड़ा की अनाज मंडी में भी स्थिति ऐसी ही है। लोगों द्वारा कोरोना संक्रमण को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जिसके कारण जिले में स्थिति चिताजनक बनती जा रही है। बाक्स :
नई अनाज मंडी, चरखी दादरी
दादरी की नई अनाज मंडी में बाजरे इत्यादि की खरीद के लिए विभाग द्वारा कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए थोड़े-थोड़े किसानों को बुलाया जा रहा है। सोमवार को भी किसान मंडी में फसल बेचने के लिए आए हुए थे। इस दौरान गेट पास बनवाते समय किसानों द्वारा शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखा जा रहा था। वहीं मंडी में मौजूद श्रमिक भी बगैर फेस मास्क लगाए काम रह रहे थे। श्रमिकों के बीच भी शारीरिक दूरी का अभाव था। इसके अलावा मार्केट कमेटी द्वारा भी यहां पर सैनिटाइजर इत्यादि की व्यवस्था नहीं की गई थी। साथ ही अधिकारियों द्वारा भी यहां आने वाले किसानों, श्रमिकों, आढ़तियों को कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए जागरुक करने के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था। बाक्स :
अनाज मंडी, बाढड़ा
बाढड़ा उपमंडल में स्थित अनाज मंडी में भी खरीफ सीजन की फसलों की खरीद की जा रही है। खरीद प्रक्रिया के दौरान बाढड़ा अनाज मंडी में भी कोविड-19 से बचाव के नियमों की उल्लंघना की जा रही है। अनाज मंडी में मौजूद श्रमिकों द्वारा न तो शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है और न ही उनके द्वारा फेस मास्क का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं किसान भी नियमों की पालना को लेकर अधिक जागरुक नजर नहीं आ रहे हैं।