पैरा एथलीट अरूणा की एशियन में गोल्ड के बाद पैरा ओलंपिक पर निगाहें
सुरेश मेहरा, भिवानी : मजदूर पिता की बेटी अरूणा के हौसले बुलंद हैं। 6 साल पहले खेल का सफ
सुरेश मेहरा, भिवानी : मजदूर पिता की बेटी अरूणा के हौसले बुलंद हैं। 6 साल पहले खेल का सफर शुरू किया और अब 24 से 28 तक वियतनाम में हुए पैरा एशियन में गोल्ड पर निशाना साध चुकी हैं। आदर्श महिला महाविद्यालय की यह खिलाड़ी 2020 में होने वाले पैरा ओलंपिक के लिए पसीना बहा रही हैं। गांव दिनोद की छोरी फिलहाल इस साल अगस्त में लंदन में होने वाले विश्व स्तरीय मुकाबलों में दो-दो हाथ करने के लिए तैयारियों में जुटी है। इसके लिए वह हर रोज सुबह सायं तीन से चार घंटे पसीना बहा रही है। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ वह खेलों में करियर बनाना चाहती हैं।
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2020 के पैरा ओलंपिक में गोल्ड जीतना है लक्ष्य
अरूणा ने बताया कि भले ही उन्होंने चार साल पहले पैरा एथलीट में किस्मत आजमानी शुरू की है। फिर भी अपने कोच प्र¨वद्र से वह ताइक्वांडो, मार्शल आर्ट आदि कई खेलों की तैयारी कर रही हैं। अगले माह लंदन में होने वाले पैरा एशियन गेम्स के अलावा वह वर्ष 2020 में होने वाले पैरा ओलंपिक गेम्स के लिए भी अभी से तैयारियों में जुटी हैं। उनको खुद पर और भगवान पर भरोसा है वह ओलंपिक में पदक जरूर जीतेंगी।
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पिता करते हैं मेहनत मजदूरी
अरूणा बताती हैं कि वह आदर्श महिला महाविद्यालय की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। वह भिवानी में रह कर प्रति दिन तीन से चार घंटे अभ्यास कर रही हैं। अपने कोच से खेल की बारीकियां सीख रही हैं। उनके पिता नरेश मेहनत मजदूरी कर परिवार पाल रहे हैं। मां गृहणी हैं। वह चाहती हैं कि माता पिता का नाम रोशन करें। उनको भरोसा है पैरा ओलंपिक 2020 में वह पदक जीतने में अवश्य कामयाब रहेंगी।
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दो साल की उपलब्धियां अरूणा के नाम
-15वीं नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2017-18 में गोल्ड
-चौथी एशियन पैरा ताइक्वांडो ओपन चैंपियनशिप में गोल्ड
-इसके अलावा पिछले सालों में उनके नाम कई उपलब्धियां रही हैं