ई-पंचायत का विरोध : जिले के सरपंचों, ग्राम सचिवों ने दफ्तर पर जड़ा ताला
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रदेश की ग्राम पंचायतों को ई-पंचायत प्रणाली से जोड़ने के विर
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रदेश की ग्राम पंचायतों को ई-पंचायत प्रणाली से जोड़ने के विरोध व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ वार्ता विफल होने पर जिला के सभी सरपंचों व ग्राम सचिवों ने पंचायत और सरकार के सभी कामकाज का बहिष्कार करते हुए शनिवार को दादरी शहर स्थित खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय पर ताला जड़कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। पंचायत एसोसिएशन व ग्राम सचिव एसोसिएशन की तरफ से दादरी जिले के सरपंच एकत्रित होकर बीडीपीओ कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यालय को ताला जड़कर धरना शुरू कर दिया। सरपंच एसोसिएशन के प्रधान राजकरण पांडवान ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री से वार्ता होने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि उनकी मांगें मान ली जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यदि सरकार पंचायतों को ऑनलाइन करती है तो गांव के तत्काल में होने वाले कार्य प्रभावित होंगे। इस प्रकार की योजनाओं को लागू करने से पहले सरकार को जरूरी संसाधन भी उपलब्ध करवाने चाहिए। एसोसिएशन के प्रधान ने सरकार द्वारा निलंबित किए गए 9 ग्राम सचिवों को तुरंत प्रभाव से बहाल करने की मांग भी की। गांव रामनगर के सरपंच राजीव ने बताया कि ऑनलाइन सिस्टम की पेचीदा प्रक्रिया के चलते सरपंच के लिए विकास कार्यों की राशि जारी करना बेहद मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी वे सरकार द्वारा चलाए जाने वाले कार्यक्रमों में भाग नहीं लेंगे।
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यह है ई-पंचायत सिस्टम
कार्य में पारदर्शिता लाने व सरपंच व ग्राम सचिवों को और अधिक जवाबदेह बनाने के लिए ई-पंचायतें बनाई जा रही हैं। ई-पंचायत बनने के बाद विकास कार्यों की राशि में गड़बड़ी करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। इससे पंचायत का सारा रिकॉर्ड ऑनलाइन होगा और पेमेंट भी ऑनलाइन ही होगी। विकास कार्यों का विवरण फोटो समेत दर्ज किया जाएगा।
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ये होंगे लाभ
ई-पंचायत सिस्टम लागू होने से पंचायतों का सारा रिकार्ड ऑनलाइन हो जाएगा। जिससे गांव के जमीनी रिकार्ड, गांव में मौजूद सुविधाएं, पंचायत की संपत्ति, पंचायत की ग्राफिकल डिटेल आदि ऑनलाइन होगी।
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एक क्लिक से मिलेगी जानकारी
ई-पंचायत बनने के बाद कोई भी व्यक्ति क्षेत्र में होने वाले डेवलपमेंट का सोशल ऑडिट भी कर सकेगा और अपना रिव्यू भी डाल सकेगा। गांव के इतिहास, भूगोल, जनसंख्या, चल रही सरकारी स्कीम, मौजूद संसाधन, सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर दी जा रही सुविधाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी हासिल कर सकेंगे। ई-पंचायत के मुखिया से इंटरनेट के जरिए तुरंत संपर्क साधा जा सकेगा। ग्राम पंचायत के सदस्य ट्रे¨नग लेने के बाद कंप्यूटर या लेपटॉप का प्रयोग करेंगे। वे ई-मेल से अफसरों तक बात पहुंचा सकेंगे
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ये थे मौजूद
धरने के दौरान जिला सरपंच एसोसिएशन के प्रधान राजकरण पाण्डवान, सुदर्शन सरपंच कमोद, सरपंच प्रतिनिधि ब्रह्मानंद मिसरी, सरपंच मंदीप ढाणी फौगाट, सरपंच राजीव रामनगर, सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र खेड़ी बत्तर, सरपंच धीरपाल पैंतावास कलां, सरपंच दिलबाग छपार, सरपंच गुलजारी लाल, ग्राम सचिव एसोसिएशन के प्रधान रामबीर कासनी, उपप्रधान राममेहर फौगाट, शंकर, अमित, रामरत्तन, धर्मेंद्र, नरेश, सुरेंद्र ग्रेवाल इत्यादि भी मौजूद थे।