अब स्कूलों में छात्राओं को मिलेंगे सैनेटरी नैपकिन
अमित धवन भिवानी प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल में परेशान होने वाली छात्राओं के लिए सरकार
अमित धवन, भिवानी:
प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल में परेशान होने वाली छात्राओं के लिए सरकार ने अब नई व्यवस्था की है। समस्या के चलते काफी बार स्कूल आने आ पाने के कारण पढ़ाई बीच में छोड़ने वाली छात्राओं को सरकार का साथ मिला है। प्रदेश सरकार ने छठी से 12वीं तक की सभी छात्राओं को सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। जिस स्कूल में महिला अध्यापक नहीं होगी, वहां पर मिड डे मिल बनाने या अन्य किसी महिला कर्मचारी की सहायता ली जाएगी। कोरोना संक्रमण के समय में घर बैठी छात्राओं को वहीं पर यह सैनेटरी नैपकिन विभाग पहुंचाने की योजना बना रहा है।
शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों में हजारों छात्राएं शिक्षा ले रही हैं। मजदूर परिवार व अन्य काफी समस्याओं के चलते वह काफी बार स्कूल नहीं आ पाती है। महामारी भी एक बड़ा कारण होता है। छात्राओं को स्कूल तक लाने के लिए यह कदम उठाया है। हर छात्रा को यह सैनिटरी नेपकिन दिया जाएगा ताकि वह किसी बीमारी का शिकार न हो और स्कूल भी निरंतर आ सकें। अभी नौवीं से 12वीं तक स्कूल लग रहे है तो बाकी छात्राओं को भी स्कूल में यह नेपकिन दे दिए जाएंगे वहीं बाकी बची छात्राओं के घर तक यह पहुंचाया जाएगा। हर छात्रा को दिए जाएंगे दो पैकेट
सरकार की तरफ से अभी दो पैकेट सैनेटरी नैपकिन शुरूआत में दिए जा रहे है। यह दो माह के लिए होंगे। इसको स्कूल में रखने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने के आदेश दिए गए है। सरकार ने स्कूल में नेपकिन पहुंचने के बाद इनको एक सप्ताह में छात्राओं को पहुंचाने के आदेश जारी किए है। इसमें एक महिला नोडल अधिकारी बनाई जाएगी। यह छात्राओं को उसके इस्तेमाल से लेकर उनके निपटान तक के बारे में जागरूक करेगी। महिला अध्यापक नहीं होने पर मिड डे मिल और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की मदद ली जाएगी। वर्जन
सैनेटरी नैपकिन स्कूल में पहुंचने शुरू हो गए है। छात्राओं तक इनको पहुंचाने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही सभी छात्राओं को यह बांट दिए जाएंगे।
अजीत श्योराण, जिला शिक्षा अधिकारी, भिवानी