गुरु और परमात्मा में कोई अंतर नहीं
जागरण संवाददाता,भिवानी : गुरु से बढ़कर पूर्ण कोई नहीं है। पूर्ण की संगति आपको भी पूर्ण क
जागरण संवाददाता,भिवानी : गुरु से बढ़कर पूर्ण कोई नहीं है। पूर्ण की संगति आपको भी पूर्ण कर देगी। गुरु की शरण लेकर उनके सामने बल हार जाओ। जो बल हारता है वो संसार को जीत लेता है। यह सत्संग प्रवचन राधा स्वामी दिनोद के परमसंत हुजूर कंवर साहेब महाराज ने दिनोद धाम में फरमाई।
परमसंत हुजूर कंवर साहेब ने कहा कि गुरु किसी चीज का मोहताज नहीं है। गुरु और परमात्मा में कोई अंतर नहीं है। गुरु भक्ति कमाकर आप परमात्मा को पा सकते हो। परमात्मा को खोजने कहां भटकते हो। वो किसी में छुपा नहीं है। वो किसी से प्रकट अप्रकट नहीं है। वो पूर्ण है, उसे घटाया बढ़ाया नहीं जा सकता। वो बूंद में भी है वो ¨सध में भी है। उसे पाने का सरल रास्ता गुरु के दर से होकर जाता है। गुरु महाराज ने फरमाया कि बिना गुरु के गति नहीं है। गुरु पहले आपका गृहस्थ सुधारता है फिर आपका अगत संवारता है।
महाराज ने कहा कि कलियुग में कर्म की प्रधानता है। शुद्ध कमाई से आपके पांचों कोष सुधर जाएंगे, क्योंकि अन्न शुद्ध तो मन शुद्ध और जिसका मन शुद्ध हो जाता है उसका हर ख्याल शुद्ध हो जाता है। यदि देने वाला आपको प्यार से देता है तो वह वस्तु आपको लाभ ही लाभ देगी। जिसके दिल में संतोष होगा उसकी चाह भी नहीं रहेगी। चाह जाती है तो ¨चता मिट जाती है और जिनको ¨चता नहीं है वो शाहों के शाह है।