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नमो देव्यै, महा देव्यै : कोरोना काल में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की देवी बन कर आई अलका

जागरण संवाददाता भिवानी विकट हालात में हौसला और मदद दे वह भगवान रूपी इंसान होता है। गत

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 09:57 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 09:57 AM (IST)
नमो देव्यै, महा देव्यै : कोरोना काल में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की देवी बन कर आई अलका
नमो देव्यै, महा देव्यै : कोरोना काल में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की देवी बन कर आई अलका

जागरण संवाददाता, भिवानी : विकट हालात में हौसला और मदद दे वह भगवान रूपी इंसान होता है। गत वर्ष कोरोना संक्रमण के उस दौर को कोई भुला नहीं सकता। एक तरह से सबकुछ ठहर गया था। स्कूल बंद हो गए थे। शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन शिक्षा पर जोर दिया। इनके बीच अध्यापिका अलका यादव भी शिक्षा की देवी के रूप में सामने आई। इन्होंने ऑनलाइन शिक्षा के लिए कुछ हट कर काम किया। अपनी कक्षा के बच्चों के लिए ही दूसरे बच्चों के लिए भी काम किया। अपना खुद का यू ट्यूब चैनल तैयार किया। वीडियो बनाए और वाट्सएप ग्रुप के अलावा बहुत से बच्चों और अभिभावकों के नंबरों पर भी पाठ्यक्रम की ऑनलाइन पाठ्य सामग्री भेजी। उस समय शुरू किया गया काम आज भी अनवरत जारी है।

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अलका यादव बताती हैं कि वह जेबीटी अध्यापिका हैं। जब कोरोना का दौर आया तो बच्चों की पढ़ाई की चिता हई। उसने हिदी, अंग्रेजी, इवीएस और गणित पढ़ाने के लिए वीडियो तैयार किए। टीचिग लर्निंग मटिरियल वह खुद तैयार करती हैं। इतना ही नहीं एसईआरटी ने उनसे एजूसेट के लिए वीडियो मांगे तो वह भी बनाए। इनमें कक्षा पहली और तीसरी कक्षा के लिए जुलाई 2020 वीडियो बनाने शुरू किए थे जो अब तक चल रहे हैं। इसके अलावा कक्षा छह, सात, आठ के लिए अंग्रेजी के वीडियो बनाए। वह बताती हैं कि फिलहाल वह राजकीय प्राथमिक पाठशाला सूई में जेबीटी अध्यापिका के तौर पर कार्यरत हैं। अध्यापिका कहती हैं कि एमएचआरडी की तरफ से अध्यापकों को ट्रेनिग दी गई है। इसमें उनका रिसोर्स पर्सन के रूप में चयन किया गया। इसके अलावा पिछले दिनों हुए रंगोत्सव में उन्होंने बोलती कठपुतली बनाई जो राज्य भर में प्रथम रही थी। कोरोना संक्रमण के दौर में मिड-डे-मील बच्चों के घरों तक पहुंचाया। इसके अलावा जरूरतमंदों को भी राशन वितरण किया। मास्क और सैनिटाइजर वितरित किए। वह बताती हैं कि जब हम मिड डे मील लेकर घरों तक जाते तो लोगों को जागरूक करने के लिए स्लोगन लिखी पट्टियां हाथों में लेकर जाते थे। इस कार्य को लोगों की तरफ से खूब वाहवाही मिली। अलका यादव कहती हैं कि एकबार फिर से कोरोना संक्रमण का दौर बढ़ने लगा है इसलिए लोगों को सावधानी रखनी चाहिए। जीवन बार-बार नहीं मिलता इसलिए सावधानी बहुत जरूरी है। प्रबुद्ध लोग जागरूकता अभियान चलाएं और कोरोना को मात देने में सहयोग करें।


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