Move to Jagran APP

नगर परिषद ने लिया सफाई मशीन का ट्रायल, घट सकता है मासिक खर्चा

चरखी दादरी : स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को अव्वल बनाने के लिए नगर परिषद न

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 08:02 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 08:02 PM (IST)
नगर परिषद ने लिया सफाई मशीन का ट्रायल, घट सकता है मासिक खर्चा

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

loksabha election banner

स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को अव्वल बनाने के लिए नगर परिषद ने कमर कसनी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों द्वारा जहां कुछ समय पहले से ही दिन के अलावा रात में भी मुख्यमार्गो पर सफाई अभियान शुरू किया गया था। वहीं अब सफाई कार्य को और तेजी से पूरा करने के लिए नगर परिषद द्वारा एक नई मशीन का भी ट्रायल दादरी के विभिन्न क्षेत्रों में करवाया गया।

बोबकैट स्कीड-स्टीर नामक इस मशीन में इतनी क्षमता है कि यह दस व्यक्तियों द्वारा एक घंटे में किए जाने वाले कार्य को लगभग पांच मिनट में और अधिक सफाई के साथ पूरा कर सकती है। जिससे शहर में सफाई व्यवस्था सुधरने के साथ-साथ नगर परिषद द्वारा हर माह सफाई व्यवस्था पर खर्च किए जाने वाले लाखों रुपयों की भी बचत होगी। नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि मशीन के बारे में विचार किया जाएगा। बहुत सी हैं खासियत

नगर परिषद द्वारा करवाए गए ट्रायल में देखने को मिला कि मशीन में बहुत सी खासियत है। यह मशीन एक जगह एकत्रित कूड़े को काफी तेज गति से उठान कर लो¨डग वाहन में डाल सकती है। साथ ही इसमें लोडर की जगह पर झाडू भी लगाई जा सकती है। जिससे लंबी से लंबी सड़क को काफी कम समय में साफ किया जा सकता है। इसके अलावा यह मशीन अटेचमेंट बदलकर नालों की सफाई भी अच्छे तरीके से कर सकती है। गलियों में भी कामयाब

स्कीड-स्टीर मशीन के साथ आए कंपनी के प्रतिनिधि बलबीर ने बताया कि मशीन की कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि मशीन का आकार काफी छोटा होने के कारण यह शहर के मुख्यमार्गो के अलावा तंग गलियों में भी कामयाब हो सकती है। उन्होंने बताया कि मशीन एक बार में लगभग साढ़े तीन क्विंटल कचरे का उठान कर सकती है। नप का घट सकता है खर्च

उल्लेखनीय है कि नगर परिषद दादरी में 200 से अधिक सफाई कर्मचारी तैनात है। साथ ही आधा दर्जन आटो टिप्पर मशीनें भी शहर में चल रही है। इन सभी संसाधनों पर हर माह लाखों रुपये की राशि नगर परिषद द्वारा खर्च की जा रही है। वहीं, अगर नगर परिषद द्वारा स्कीड-स्टीर मशीन को खरीदा जाता है तो अकेली यह मशीन कई कर्मचारियों के जितना काम कर सकती है। जिससे नगर परिषद का खर्च भी घट सकता है। जिसका मुख्य कारण यह भी है कि यह मशीन एक घंटे में महज साढ़े तीन लीटर ईंधन की खपत करती है। बैठक में करेंगे चर्चा : ईओ

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी डा. विजयपाल यादव ने कहा कि मशीन ने शहर में ट्रायल किया है। अब इसके बारे में आगामी हाउस की बैठक में अधिकारियों व सदस्यों के साथ चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मशीन के बारे में विचार किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.