मोबाइल वैन ने भूमि की मृदा, जल की जांच की
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : कृषि विभाग ने विशेष मुहिम के तहत मंगलवार को गांव काकड़ौली हुक
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : कृषि विभाग ने विशेष मुहिम के तहत मंगलवार को गांव काकड़ौली हुकमी, सिरसली व कारी धारणी में मोबाइल वैन भेजकर क्षेत्र के डेढ़ दर्जन गांवों के किसानों की भूमि की मृदा एवं जल की जांच की। इस अवसर पर कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को भूमि की मौजूदा स्थिति, गुणवता व उत्पादन क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए देशी व जैविक खाद का प्रयोग करने की सलाह दी। गांव काकड़ौली हुकमी के ग्राम सचिवालय में आयोजित मिट्टी जांच एवं जल परीक्षण शिविर को संबोधित करते हुए खंड कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि प्रत्येक किसान अपने खेतों में उन्नत किस्म के खाद बीज इस्तेमाल करता है लेकिन उत्पादन के समय परिणाम उसके विपरित आता है। किसान अगर अपने खेत की मिट्टी व पानी की जांच करवा कर खेती करेगा तो उसके नतीजे बेहतर मिलेंगे। मिट्टी व पानी की जांच से पता चलता है कि भूमि में नाईट्रोजन, फास्फोरस या अन्य किस संसाधन की कमी है या अधिकता है। कई बार किसान नरमा, बाजरा उत्पादन करने वाले खेत में ग्वार, गेहूं वाले खेत में सरसों बो देते हैं जिससे उत्पादन की गुणवता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अगर किसान मिट्टी, पानी की जांच के बाद ही फसल की बीजाई करते तो काफी उत्पादन व मुनाफा कमा सकता है। इस जांच से समय-समय पर फसलों पर आने वाले रोगों का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। आज के शिविर में गांव काकड़ौली हटठी, काकड़ौली हुकमी, काकड़ौली सरदारा, गोपी, लाडावास, डांडमा, भारीवास के किसानों की मिट्टी की जांच कर किसानों को रिपोर्ट दी। आज इन गांवों में होगी जांच
इस माह 19 सितंबर को गांव कारी धारणी व सिरसली में गांव कारीआदु, कारीदास, कारी मोद, भोपाली, कारी तोखा, कारी धारणी, सिरसली, खोरड़ा, श्यामकलां एवं बाढड़ा के किसानों की मिट्टी एवं पानी की जांच की जाएगी। मृदा परीक्षण शिविर में खंड तकनीकी प्रबंधक संदीप कुमार, सरपंच विक्रम काकड़ौली, पूर्व सरपंच सीताराम शमर, मा. जयदीप काकड़ौली, धर्मबीर ¨सह, तेजवीर ¨सह इत्यादि मौजूद रहे।