गलती बिजली निगम या कंपनी की और हर्जाना भुगत रहे उपभोक्ता
गलती चाहे बिजली निगम की हो चाहे री¨डग लेने से लेकर बिल वितरण क
जागरण संवाददाता, भिवानी : गलती चाहे बिजली निगम की हो चाहे री¨डग लेने से लेकर बिल वितरण के लिए जिम्मेदार कंपनी की हो। हर्जाना तो उपभोक्ताओं को ही भुगतना पड़ता है। पिछले कुछ समय से विशेष कर जब से बिलों संबंधी ठेका कंपनी को दिया जाने लगा है उपभोक्ताओं को ज्यादा ही परेशानी उठानी पड़ रही है। कई बार तो ऐसे मौके भी आए कि बिजली निगम के कर्मचारियों को जिम्मेदारी उठानी पड़ी, लेकिन चाहे जो हो बिल ठीक करवाने के लिए तो कभी बिल संबंधी दूसरी समस्याओं को लेकर उपभोक्ताओं को निगम कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं। सीआइपीएल कंपनी मानकों पर खरी नहीं उतरी तो अब एनवाइजी को जिम्मेदारी
सीआइपीएल कंपनी मानकों पर खरी नहीं उतरी तो बिजली निगम ने एनवाइजी कंपनी को इसके लिए मीटर री¨डग ओर बिल वितरण का ठेका दिया है। इससे पहले अनेक उपभोक्ताओं ने बिल जमा कराने के बाद भी उनके बिल बढ़ कर आए। निगम के चक्कर लगाने के बाद भी बताया गया कि कंपनी वालों ने बिल जमा नहीं कराया। ऐसे में गाज निगम उपभोक्ताओं पर गिरी। हालांकि बिजली निगम ने उनको आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा, लेकिन अभी अनेक उपभोक्ता इस समस्या से घिरे हैं। सुविधा के लिए दिया था ठेका बन गया मुसीबत
अब मीटर री¨डग का कॉन्ट्रेक्टर एनवाईजी कंपनी के पास है। तकनीकी दिक्कत न आएं इसके लिए मीटर रीडर को आप्टिकल प्रोब एप की सुविधा दी जा रही है ताकि री¨डग लेने में गड़बड़ी न हो। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि सीआइपीएल कंपनी पर आरोप लगे थे कि उसने बिलों की राशि जमा नहीं कराई। ऐसे में जिस भी कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है उससे इस प्रकार की गड़बड़ी न हो यह सुनिश्चत किया जाना चाहिए। उपभोक्ताओं को सुचारू सेवा देना ही निगम का काम है। बिलों की समस्या हो चाहे बिजली संबंधी दूसरी समस्याएं। समय पर उनका निराकरण करने के लिए निगम प्रतिबद्ध है। उपभोक्ता भी सहयोग बनाए रखें।
सतबीर ¨सह, कार्यकारी अभियंता, बिजली निगम भिवानी।