मिशाल : कारीमोद में सम्पन्न हुई पहली डिस्पोजल, प्लास्टिक मुक्त शादी, देशी तरीके से निपटाया काम
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : गांव कारीमोद में एक शादी समारोह में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान म
संवाद सहयोगी, बाढड़ा :
गांव कारीमोद में एक शादी समारोह में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए न तो डिस्पोजल, प्लास्टिक की वस्तुओं का और न ही आपसी भाईचारे को बिगाड़ने वाली शराब का प्रयोग किया गया। शादी में शरीक हुए सैकड़ों मेहमान भी पुराने तरीकों का प्रयोग देखकर हैरान रह गए। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देकर सात फेरों से पवित्र बंधन में बंधी दुल्हन सुमन को दो वर्ष पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वच्छता के क्षेत्र में सम्मानित कर चुके है।
गौरतलब है कि सरपंच एसोसिएशन के हलका अध्यक्ष सूबे ¨सह कारीमोद की पुत्री सुमन का विवाह हिसार जिले के तलवंडी रूक्का निवासी अनिल कुमार के साथ तय किया गया। शादी से पहले ही वधु पक्ष ने वर पक्ष के लोगों को शादी में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध रखने की बात कही। जिस पर वर पक्ष ने भी अपनी सहमति दे दी। तय तिथि व समय पर गांव में बारात भी पहुंच गई। लेकिन लड़की के परिजनों द्वारा अपनाए गए देशी संसाधनों को देख कर नई पीढी के युवा बाराती भी हैरान रह गए। गांव कारीमोद को प्रदेश के स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी रखते हुए स्वयं सरपंच ने पहल करते हुए कार्यक्रम में किसी भी प्रकार के डिस्पोजल, प्लास्टिक संसाधनों का प्रयोग करने के बजाय तांबे व मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग किया। विवाह के दौरान आतिशबाजी पर भी पूरी तरह प्रतिबंध रखा गया। साथ ही हरियाणवी परंपरा को अपनाते हुए भोजन में केवल देशी घी का प्रयोग किया गया। शादी में पहुंचे पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रणबीर ¨सह महेन्द्रा, चेयरमैन भल्लेराम बाढड़ा, राजू मान, जिला पार्षद अनिल बाढड़ा, रेलवे सलाहकार बोर्ड सदस्य सुधीर चांदवास, बैंक निदेशक संदीप सांगवान, सरपंच राकेश बाढड़ा, सरपंच सुरेश धनासरी, सरपंच प्रेम जेवली इत्यादि ने वर व वधु को आशीर्वाद देते हुए सरपंच एसोसिएशन के हलका अध्यक्ष सूबे ¨सह द्वारा पर्यावरण संरक्षण में की गई पहल को भी काफी सराहनीय कदम बताया।
...........
बाक्स :
पीएम ने किया था सम्मानित
सूबे ¨सह कारीमोद ने वर्ष 2015 में सेवानिवृति के बाद गांव में आकर सरपंच पद का चुनाव लड़ा और वे बड़े अंतर से चुनाव जीत भी गए। सरपंच बनने के बाद उनकी स्नातक पुत्री सुमन ने सबसे पहले गांव में महिलाओं द्वारा खुले में शौच जाने की समस्या का समाधान करवाने की बात कही। जिसके बाद छह जिलों में बड़ी पहल करते हुए ग्राम पंचायत कोष से सभी अनुसूचित व सामान्य वर्ग के परिवारों के घरों में शौचालय बनवाए गए। सुमन की इस पहल पर 8 मार्च 2017 को गुजरात के गांधीनगर में आयोजित राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में देश की सौ सर्वश्रेष्ठ महिला ब्रांड एंबेसडर के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सम्मानित किया था।