रोष प्रदर्शन : मिड-डे मील महिला कर्मियों ने किया रोष प्रदर्शन, वेतन वृद्धि की मांग
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : मिड-डे मील कार्यकर्ता यूनियन के बैनर तले मंगलवार को दर्जनों
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : मिड-डे मील कार्यकर्ता यूनियन के बैनर तले मंगलवार को दर्जनों मिड-डे मील कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर शहर में रोष-प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने से पहले मिड-डे मील कार्यकर्ता नगर के रोज गार्डन में एकत्रित हुए। उसके बाद यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय परिसर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लघु सचिवालय में तहसीलदार कंवल ¨सह को ज्ञापन सौंपा।
मिड-डे मील कार्यकर्ता यूनियन दादरी जिला प्रधान कमलेश, राजकुमार, सुशीला, मीना देवी, बिमला, उर्मिला, बाला, सुमित्रा, आशा, किताबो, कैलाश, फूलपति, सरोज, राजबाला, सुमन, पूनम, सोनम, अंजू इत्यादि ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि मिड-डे मील कुक महिलाओं को हर रोज स्कूल खुलने के समय से लेकर छुट्टी होने तक स्कूल में ही रहना पड़ता है। जिसमें लगभग आठ घंटे उनके द्वारा काम किया जाता है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि इतनी लंबी ड्यूटी करने के बावजूद उन्हें हर माह केवल 3500 रुपये मानदेय दिया जाता है। साथ ही उनकी नौकरी के लिए भी कोई गारंटी नहीं है।
मिड-डे मील कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से कई मांगें भी रखी है। जिनमें मुख्य रूप से मिड-डे मील कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाने, सरकारी कर्मचारी के रूप में मान्यता न मिलने तक स्वयंसेवक के बजाय कामगार के रूप में नियमित किया जाने, न्यूनतम 18 हजार रुपये वेतन, स्कूल के अन्य कर्मचारियों की तरह मिड-डे मील कर्मियों को गर्मियों व अन्य छुट्टियों के दौरान मेहनताना दिया जाने, नौकरी की सुरक्षा प्रदान किए जाने, कार्यकर्ताओं को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाया जाने, अन्य कर्मचारियों के समान वेतन, अवकाश दिया जाने, मुफ्त इलाज व मौत होने पर परिवार को उचित मुआवजा दिया जाने, रसोईघर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध, मिड-डे मील का काम देखने व प्रबंध करने के लिए अलग से स्टाफ भर्ती किया जाने तथा मिड-डे मील कार्य को निजी हाथों में न दिया जाना शामिल है।