सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर ठगी करने वाले मनोज झा ने बिहार में एमएलए का निर्दलीय चुनाव लड़ने के दौरान किया था बूथ कैप्चर
अशोक ढिकाव, भिवानी : सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर ठगी करने के आरोपित बिहार के मधुबनी जिल
अशोक ढिकाव, भिवानी : सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर ठगी करने के आरोपित बिहार के मधुबनी जिला निवासी एलएलबी डिग्री प्राप्त नटवरलाल मनोज कुमार झा के ठगी के किस्से एक से बढ़कर एक हैं। भिवानी पुलिस की इकनॉमिक सेल द्वारा कोलकाता से गिरफ्तार किए गए मनोज कुमार झा से पूछताछ के बाद आधा दर्जन ठगी के मामलों के साथ ही बड़ा नेता बनने की चाह में वर्ष 2015 में अपने ही विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर बूथ कैप्चर करने का मामला उजागर हुआ है। हरियाणा के अंबाला जिले के वर्ष 2015 के तत्कालीन मुख्य न्यायिक दंड अधिकारी यानी सीजेएम को भी नहीं बख्शा। 2016 में चंडीगढ़ में भी सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। बड़ा नेता बनने के शौक में उसने वर्ष 2015 में बिहार के मधुबनी जिला की विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। चुनाव हारते दिखने पर उसने गांव का बूथ ही कैप्चर कर लिया। पुलिस ने उसे धर दबोचकर उसके खिलाफ बूथ कैप्चर व जानलेवा हमला करने का केस दर्ज किया था। ----------------------
सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर 2015 में तत्कालीन अंबाला के सीजेएम से ठगी का किया प्रयास
- 10 फरवरी 2015 को इस नटवरलाल ने अंबाला सिटी के तत्कालीन मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आशुतोष जैन को ठगने का प्रयास किया। अंबाला सिटी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर नंबर 55 के अनुसार आरोपित मनोज कुमार झा ने मुख्य न्यायिक दंड अधिकारी आशुतोष जैन के पास फोन कर कहा कि गुरुग्राम से एडीजे अमरजीत ¨सह बोल रहा हूं। सुप्रीम कोर्ट के जज त्रिलोकचंद आपसे बात करना चाहते है उनका नंबर देता हूं, उस नंबर पर बात कर लेना। उस नंबर पर न्यायाधीश आशुतोष जैन ने बात की तो फर्जी जज बने मनोज झा ने कहा कि मेरे भाई को 48 हजार रुपये की जरूरत है। उसे डाकखाने के माध्यम से यह रकम पहुंचा दो, लेकिन इस पर न्यायाधीश आशुतोष जैन ने रकम भेजने से पहले नेट पर सुप्रीम कोर्ट के जजों की लिस्ट चेक की तो उसमें त्रिलोकचंद नाम का कोई जज नहीं था। उन्होंने अंबाला सिटी पुलिस थाने में मनोज झा के खिलाफ एफआआर दर्ज करवाई।
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चंडीगढ़ व लुधियाना में भी सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर की थी लाखों रुपये की ठगी
- आरोपित ने चंडीगढ़ सेक्टर-17 निवासी एक व्यक्ति का मामला सुलझवाने के नाम पर वर्ष 2016 में बड़ी ठगी को अंजाम दिया। उसने सुप्रीम कोर्ट में चल उक्त व्यक्ति का मामला निपटवाने के नाम पर करीब दस लाख रुपये ठगे। इसके बाद 2016 में ही उसने लुधियाना के सभ्रवाल निवासी एक व्यक्ति से इस तरह फर्जी जज बनकर ठगी की। इन सभी मामलों में एफआइआर दर्ज करवाई गई थी, लेकिन अब तक वह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था।
---- पुलिस ने आरोपित को कोलकाता से गिरफ्तार कर 2 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर लिया है। उसके खिलाफ भिवानी सहित हरियाणा, पंजाब, बिहार में कुल छह मामले दर्ज हैं। भिवानी के ठेकेदार से ठगी पांच लाख रुपये की रकम जल्द ही उससे बरामद की जाएगी।
-- राजबीर ¨सह सिवाच, इंचार्ज इकनोमिक सेल भिवानी