बहुचर्चित डा. रमन हत्याकांड में नामजद मुख्य अभियुक्त बसंता को पुलिस ने किया 21 साल बाद गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर के बहुचर्चित डा. रमन हत्याकांड में नामजद मुख्य अभियुक्त को सी
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर के बहुचर्चित डा. रमन हत्याकांड में नामजद मुख्य अभियुक्त को सीआइए पुलिस ने शनिवार रात को राजस्थान में छापे मारी कर 21 साल बाद गिरफ्तार किया है। सीआइए स्टाफ ने पूछताछ में यह भी खुलासा किया कि लगातार पुलिस के साथ आंख-मिचौनी खेल रहा हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त राजस्थान में ही लम्बे अर्से से अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था।
सीआइए पुलिस के एचसी विनोद कुमार ने बताया कि गांव बामला निवासी बसंत उर्फ बसंता ने अपने साथी काला के साथ मिलकर 12 नवंबर 1997 में शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डा. रमन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड को लेकर काफी बवाल भी मचा था। शहर में दिन दहाड़े एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में कई लोगों को नामजद किया गया था। इस हत्याकांड में कई नामी लोगों के दामन पर भी आंच आई थी, मगर न्यायालय में लम्बे अर्से तक चले केस के दौरान कुछ लोगों को तो साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया गया था, जबकि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला मुख्य अभियुक्त बसंत उर्फ बसंता और उसका साथी काला पुलिस की गिरफ्त से दूर थे। गत 2007 में न्यायालय ने डॉ. रमन हत्याकांड में नामजद बसंत उर्फ बसंता और काला को पीओ घोषित कर दिया था। एचसी विनोद ने बताया कि बसंता को सीआइए स्टाफ की स्पेशल टीम ने राजस्थान से पकड़ा है। पिछले कई सालों से बसंता राजस्थान में ही अपनी पहचान छीपाकर वहां खेतीबाड़ी का काम करता था। सीआइए स्टाफ इंचार्ज रवींद्र कुमार ने बताया कि बसंता के साथ ही इस हत्याकांड में शामिल उसका साथी काला अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।