दिनभर चली लू, बाजारों में सन्नाटा, दादरी में पारा 46.6 पर
चरखी दादरी झुलसाती गर्मी में आसमान से मानो आग बरस रही है। पिछले करीब
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : झुलसाती गर्मी में आसमान से मानो आग बरस रही है। पिछले करीब 10 दिनों से जिले के ज्यादातर हिस्से प्रचंड गर्मी से तप रहे हैं और मौसम की इस मार से फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं है। पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान 46.6 और न्यूनतम 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बढ़ती गर्मी, उमस की वजह से भी लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आलम ये है कि लोगों को पंखे तथा कूलर भी राहत नहीं दे पा रहे हैं। इसके साथ गर्म हवाओं के चलने का दौर भी बदस्तूर जारी है। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि अभी गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। भीषण गर्मी व सूर्य की तपिश के आगे लोग बेबस नजर आ रहे है। यदि जल्द ही बारिश नहीं हुई तो हालात विकट बन सकते है। बाजारों में पसरा सन्नाटा
सोमवार को सुबह से प्रचंड गर्मी के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। सुबह, शाम ही लोग बाजारों में लोग खरीदारी के लिए निकले। शीतल पेयजल पदार्थों, कोल्ड ड्रिक्स, गन्ने का जूस, लस्सी, मैंगो सेक, आईसक्रीम, फलों के जूस इत्यादि की मांग काफी बढ़ी दिखाई दी। स्थानीय मेन बाजार, लाला लाजपत राय चौक, अग्रसैन चौक, हीरा चौक इत्यादि के आसपास लगने वाली कुल्फी, आइसक्रीम की स्टालों पर शाम के समय काफी भीड़ दिखाई दी। पशु-पक्षियों का भी बुरा हाल
पिछले कुछ दिनों से पड़ रही प्रचंड गर्मी के कारण लोगों का जीना तो मुहाल हुआ पड़ा है, साथ ही बेजुबान पशु-पक्षियों का भी बुरा हाल है। पानी न मिलने के कारण पक्षी बेहोश होकर गिरते हुए देखे गए हैं। इसके बावजूद यहां की कुछ स्वयं सेवी संस्थाएं पक्षियों के लिए दाना, पानी का प्रबंध करने को आगे आ रही हैं। स्थान स्थान पर सकोरे रखने की मुहिम भी चलाई जा रही है। चिकित्सकों की राय
चिकित्सकों ने भी आमजन को गर्मी से बचने के परामर्श दिए है। दादरी नगर के चिकित्सक मेजर डा. योगेंद्र देशवाल ने कहा कि सुबह 11 से दोपहर बाद 3 बजे के बीच अनावश्यक तौर पर बाहर निकलने से बचना चाहिए। यदि किसी कार्यवश बाहर जाना जरूरी है तो पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन तथा बाहर निकलने से पहले सिर व चेहरे को कपड़े से ढांप कर निकलना चाहिए। इसके साथ ही आंखों पर चश्मा रखना भी जरूरी है। बाजारों में बिकने वाले घटिया किस्म के पेय पदार्थों से परहेज करना चाहिए।