वन मजदूरों का अनिश्चितकालीन धरना 25 से
वन विभाग में जंगलराज कायम है तथा जनता के खून पसीने का बजट को अधिक
जागरण संवाददाता, भिवानी। वन विभाग में जंगलराज कायम है तथा जनता के खून पसीने का बजट को अधिकार बंदरबांट करते हैं। विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। यह आरोप यहां वन विभाग कार्यालय में सम्पन्न हुई मजदूरों की सभा में जिला प्रधान महेंद्र ¨सह ने लगाए। सभा में सभी पदाधिकारी व मजदूर नेता उपस्थित थे। सभा का संचालन जिला सचिव नरेंद्र ने किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी आदेश व श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। मजदूरों को समय पर वेतन, हाजिरी कार्ड नहीं, इएसआइ व पीएफ के खाते नहीं खुलवाए जा रहे हैं। मजदूरों का पैसा काट लिया जाता है, लेकिन मजदूरों का पता नहीं की वो कहा गया। कर्मचारी व मजदूरों का सांझा धरना 25 अक्तूबर से लगातार जारी रहेगा।
वन मजदूर यूनियन के प्रांतीय उप प्रधान करतार ग्रेवाल व वन कर्मचारी संघ के प्रांतीय उप प्रधान दलबीर सांगवान ने कहा कि विभाग के तानाशाही रवैये के खिलाफ सभी मजदूर व कर्मचारी 28 अक्तूबर को सर्व कर्मचारी संघ द्वारा दिए जाने वाले धरने में भी शामिल होंगे।
आज की सभा को जिला प्रधान हंसराज, जीवन ¨सह, जगबीर, राजबीर, पूर्ण ¨सह, लालचंद, मामराज, सत्यनारायण, बिमला, सरती, शीतल, बीरमती, बिमला, विजेंद्र ¨सह, कृष्ण, सोना, इंदिरावती, छोटूराम, राजेश, राजदुलारी, नरेश, दलित आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।