48 मिनट में नगर परिषद की सिमटी अतिक्रमण हटाओ मुहिम
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय नगर परिषद के दर्जन भर कर्मचारियों, अधिकारियों की
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
स्थानीय नगर परिषद के दर्जन भर कर्मचारियों, अधिकारियों की टीम द्वारा मंगलवार को चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान महज खानापूर्ति तक सिमट गया।
अभियान से शुरू होने से पहले ही अधिकतर दुकानदार अपना सामान समेट चुके थे तो वहीं रेहड़ी चालकों ने सड़कें, फुटपाथ खाली कर तंग गलियों को अपना डेरा बना लिया था। ऐसे में नगर परिषद के कर्मी केवल 48 मिनट में ही अपने अभियान को समेट कर वापिस परिसर कार्यालय पहुंच गए। दादरी शहर में दुकानदारों द्वारा दुकानों के बाहर आठ से दस फुट तक किए गए अतिक्रमण और फुटपाथों पर लगाई जाने वाली रेहड़ियों के कारण दिनभर मुख्य बाजारों में जाम लगा रहता है। इसके चलते न केवल आवागमन प्रभावित होता है बल्कि आए दिन दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना रहता है। इससे दादरी शहर की व्यवस्था पर भी ग्रहण लगा रहता है। स्थिति से निपटने के लिए नगर परिषद कर्मचारी आए दिनों अतिक्रमण हटाने के नाम पर अभियान चलाते रहते है। लेकिन विभाग के पास कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण पुन:
पहले जैसी स्थिति बन जाती है। ऐसा ही नजारा मंगलवार दोपहर बाद नगर परिषद द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान दिखाई दिया, जब अतिक्रमण टीम के आने से पहले ही दुकानदारों व रेहड़ी चालकों के पास सूचना पहुंच गई। ऐसे में दुकानदारों ने जहां दुकानों के आगे लगे सामान अंदर कर लिया, वही रेहड़ी चालक भी सड़क खाली कर तंग गलियों में घुस गए।
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पहले ही मिल चुकी थी सूचना
दोपहर में करीब 2 बजकर 20 मिनट तक दुकानदारों और रेहड़ी चालकों के पास सूचना पहुंच चुकी थी कि कुछ ही देर में नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाना है। इस दौरान सभी ने अपने स्तर पर सामान व रेहड़ियां अपने स्थान से हटा ली थी।
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केवल आधे घंटे में निपटी मुहिम
समय सांय 3 बजकर 08 मिनट पर नगर परिषद के बि¨ल्डग इंस्पेक्टर मुकेश कुमार के नेतृत्व में दर्जन भर सफाई कर्मचारियों ने अपने ट्रैक्टर ट्राली के साथ अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू की। पहले से सूचना के आधार पर खाली पड़े रोड पर अतिक्रमण के नाम पर नप कर्मी कुछ खास नही कर पाए। वही कर्मचारियों के साथ परशुराम चौक का चक्कर लगा अपने अंजाम को पूरा कर लिया। केवल 48 मिनट तक चले अभियान के दौरान विभाग के अधिकारी या कर्मचारी एक ट्राली भी अवैध सामान की नहीं उठा पाए।