फसल खरीद को लेकर सरकार के दावे फेल : किसान
रबी की फसल खरीद को लेकर हरियाणा सरकार ने जो दावे किए थे वो पूरी तरह फेल हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, भिवानी : रबी की फसल खरीद को लेकर हरियाणा सरकार ने जो दावे किए थे वो पूरी तरह फेल हो गए हैं। यह बात वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भिवानी और दादरी जिले की सभी मंडियां गेहूं से अटी पड़ी हैं। उठान सुचारू न होने की वजह से हजारों क्विंटल अनाज खुले आसमान के नीचे पड़ा है और खराब मौसम होने के बावजूद सरकार की कोई बड़ी पहल सामने नहीं आ रही है। अधिकारी भी महज औपचारिकताएं निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि किसानों के खाते में 48 घंटे में पेमेंट डाल दी जाएगी जो दूर की कौड़ी नजर आ रही है। उठान बेहद धीमा है और किसान अपनी फसल के पैसे पाने के लिए तरस रहे हैं। जिन किसानों ने 15 दिन पहले मंडी में गेहूं डाले थे उनको भी भुगतान नहीं हुआ है। सरकार ने उठान के लिए स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी लगाई थी लेकिन आपसी तालमेल न होने के कारण धरातल पर उसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कोरोना से बचाव के लिए मनाए जा रहे प्रतिरोध सप्ताह के चौथे दिन किसान नेता राजू मान और युवा कल्याण संगठन के कमल प्रधान ने धरने पर बैठे किसानों की ऑक्सीमीटर लगाकर जांच की। उन्होंने किसानों को कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक हिदायतें भी दी।
धरने के 121वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, धर्मपाल महराणा, बिजेंद्र बेरला, मास्टर राजसिंह, सुभाष यादव, मूर्ति देवी, रतन्नी देवी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया।
इस अवसर पर सुशील धानक, एडवोकेट ब्रह्मानंद, राजेश बूरा, सूरजभान सांगवान, मास्टर ताराचंद चरखी, सत्यवान दुहन, बलबीर बजाड़, मीर सिंह, हुकमचंद सोनी, बलबीर पूर्व सरपंच, गुड्डू धानक, जगदीश हुई, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, राजबाला, बीरमति, सब्बीर हुसैन, कमल सिंह झोझू, प्रेम सिंह, रत्तन सिंह कलाली इत्यादि मौजूद थे।