जमीन पर बिठाकर गोल्डन गर्ल मनु भाकर का सम्मान, कुर्सियों पर जमे रहे अफसर
चरखी दादरी में आयोजित एक सम्मान समारोह में कॉमपवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली मनु भाकर और उनकी मां को जमीन पर बैठना पड़ा। उनकी कुर्सी पर अफसर विराजमान हो गए।
जेएनएन, चरखी दादरी। राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक दिलाकर प्रदेश व देश का नाम रोशन करने वाली मनु भाकर को यहां आयािजत समारोह में जमीन पर बिठा कर सम्मािनत किया गया। मनु के साथ-साथ उनकी मां को भी इस समारोह में अपमानित होना पड़ा। हुआ यूं कि समारोह में कुर्सियों पर अफसर विराजमान हो गए और बैठने के लिए कुर्सियां न देख मनु और उनकी मां सुमेधा भाकर जमीन पर बैठ गईं। लेकिन, इससे आयोजकों और मौजूद अफसरों को कोई फर्क नहीं पड़ा। दूसरी ओर, मनु के पिता ने कहा कि अपने से बड़ों के लिए कुर्सी छोड़ उनकी बेटी ने अच्छे संस्कार को दिखाया। विवाद बढ़ने पर मनु भी कहा कि वह अपनी मर्जी से नीचे बैठीं।
फौगाट खाप की तरफ से आयोजित किया गया था सम्मान समारोह
कार्यक्रम के दौरान मनु और उनकी मां जमीन पर बैठी रहीं और आयोजकों सम्मान देने की औपचारिकता निभाते रहे। मंगलवार को स्वर्ण पदक विजेता विनेश फौगाट, व मनु भाकर और रजत पदक विजेता बबीता फौगाट के सम्मान में बाबा स्वामी दयाल धाम पर फौगाट खाप की तरफ से एक समारोह आयोजित किया गया।
समारोह में मनु भाकर, विनेश फौगाट, बबीता फौगाट, कुश्ती कोच महाबीर फौगाट और मनु की मां सुमेधा भाकर कुर्सियों पर बैठे थे और उनका स्वागत भी किया गया। तभी वहां प्रशासनिक अफसरों का आगमन हुआ। अधिकारियों के आने पर सभी खिलाड़ी खड़े हाे गए। इसके बाद मनु भाकर को प्रशासनिक अधिकारियों के आने पर कुर्सी छोड़कर जमीन पर बैठना पड़ा।
सम्मान समारोह में जमीन पर बैठी गोल्डन गर्लमनु भाकर और उनकी मां सुमेधा भाकर।
प्रशासनिक अधिकारियों के आने से पहले तो मनु भाकर सहित उनके माता-पिता को मंच पर बैठाया गया। मगर जैसे ही जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम कार्यक्रम में आए तो सभी खिलाड़ी भी नैतिकता के आधार पर उनके सम्मान में खड़े हुए। इसके बाद जब वापस बैठने लगे तो मनु व उसके माता-पिता की कुर्सियों पर खाप के पदाधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी बैठ गए। हालांकि बड़े-बुजुर्गों को सम्मान देते हुए मनु भाकर ने पिता को कुर्सी पर बैठा दिया और खुद अपनी मां के साथ जमीन पर बैठ गई।
अफसरों के आने से पहले समारोह में ऐसी बैठीं भी मनु भाकर और अन्य खिलाड़ी।
देश को गौरव दिलाने वाली खिलाड़ी को इस तरह से जमीन पर बैठा देखने के बाद भी अधिकारियों ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। मनु भाकर को इस तरह जमीन पर बैठा देख जब मीडिया कर्मियों ने उनकी फोटो खींचनी शुरू की तो जल्दबाजी में खिलाडिय़ों का सम्मान करवाकर कार्यक्रम का समापन कर दिया गया।
इस मामले में मनु भाकर के पिता रामकिशन भाकर का कहना है कि खाप द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मनु को नीचे बैठा कर अपमान करने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि मनु वहां मौजूद बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए खुद ही कुर्सी छोड़ कर अपनी मां के पास जमीन पर बैठ गई थी।
विवाद बढ़ा तो मनु बोली, बुजुर्गों को सम्मान देने को अपनी मर्जी से जमीन पर बैठी
दूसरी अोर, विवाद बढ़ने पर मनु भाकर ने कहा कि वह अपनी मर्जी से समारोह के दौरान जमीन पर बैठीं। मनु ने कहा, सम्मान समाराेह के दौरान मैं अपनी मर्जी से जमीन पर बैठी। वहां मेरे बैठने की जगह थी, लेकिन वहां कई बुजुर्ग मौजूद थे और उनके लिए मैं जमीन पर बैठी। इसमें विवाद या अपमान जैसी कोई बात नहीं थी। मैं ने ऐसा बुजुर्गों के सम्मान के लिए किया।