गणपति बप्पा के लड्डू की बोली पहुंची 51 हजार, उमड़े श्रद्धालु
चरखी दादरी दादरी की गीता भवन कालोनी में आचार्य गौरव दीक्षित के सानिध्य
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
दादरी की गीता भवन कालोनी में आचार्य गौरव दीक्षित के सानिध्य में चल रहे चतुर्थ श्रीगणपति महोत्सव के छठे दिन गणपति बप्पा के श्रीचरणों में 21 किलो के विशालतम लड्डू की बोली लगाई गई। छठे दिन के आयोजन में विशेष रुप से आमंत्रित जमात 12 कपूरी पहाड़ी के महंत कृष्ण नाथ एवं दादरी से ब्रह्मआश्रम दंडी स्वामी शिरकत कर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के युवा नेता अनिल धनखड़, समाजसेवी हंसराज फौगाट, वैश्य स्कूल के चेयरमैन जगदीश ऐरन उपस्थित थे। गणपति बप्पा के लड्डू की बोली का प्रारंभ कराते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष कैलाश चंद्र बिदल, राजकुमार गोयल, प्रमोद गुप्ता एवं मनोज बिदल ने बताया कि छठे दिन के मुख्य यजमान अनिल हुड्डा के द्वारा 51 सौ रुपए से प्रारंभ की गई। मुख्य अतिथि के रुप में पधारे अनिल धनखड़ ने 11000 की राशि देते हुए लड्डू की बोली को 23000 पर पहुंचाया। महंत कृष्ण नाथ ने अपनी ओर से 51000 की बोली लगाई। इसी बोली पर भगवान का आदेश मानते हुए बप्पा के लड्डू की बोली महाराशि के प्रसाद पर रोकी गई और कृष्णनाथ महाराज व दंडी स्वामी ने भोग लगाया। इस दौरान राजस्थान से आए हुए कलाकारों द्वारा मां शेरोवाली की झांकी का प्रदर्शन किया गया। आचार्य तरुण पराशर ने सुंदर भजन व आरती से कार्यक्रम सम्पन्न कराया।
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ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रवीण बिदल, सतीश बजाज, मोतीलाल बिदल, आनंद गोयल, ओमानंद गुप्ता, विजेंद्र, मुकेश सिगल, सुरेश बिदल, रमेश गर्ग, मुकेश चिड़िया, सतीश गोयल, अमित गर्ग, अमित बंसल, राजेश सोनी, दीपक महरानियां, नरेंद्र सिगल, श्रीराम बसई वाला, अरुण बंसल, बजरंग गर्ग, श्रीकिशन, दीपक बंसल, बसन्त सोनी, नरेश चिड़िया वाला, संदीप श्यामपुरिया, अशोक अटेलिया, मुकेश डेरोलिया एवं अन्य बहुत भक्त शामिल हुए। इनके साथ ही सुमन बिदल, गिफ्टी गर्ग, नीतू बंसल, अनिता सोनी, रुचि, अनिता, जया, ज्योति सोनी, ऋतु, पूजा, नमिता, ज्योति सिगल, रिम्पी बिदल, नेहा, अंजू बंसल, चंचल गोयल, अर्चना, मुस्कान, पिकी, तन्नू, सीमा, मंजू, मधु, रिया, प्रिया, सोनम, सुनीता, तारा, कृष्णा, उमा, नीलम, राखी, मोना, सुमित्रा देवी, निर्मला देवी, शिखा, बबिता, रूबी, पूजा बंसल, सन्तोष, रंजना, राजेश देवी, शारदा देवी, दुर्गा देवी, प्रमिला देवी, नीरू इत्यादि उपस्थित थे।