पानी निकासी न होने और बिजली के लटकते तारों से ग्रामीणों में रोष
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रशासन द्वारा गांवों में समान रूप से विकास कार्य करवाने की चाहे कितन
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रशासन द्वारा गांवों में समान रूप से विकास कार्य करवाने की चाहे कितनी भी लंबे चौड़े दावे किए जाते है। लेकिन दादरी जिले के गांवों की बदहाल गलियों को देखकर प्रशासन के दावे बेमानी नजर आ रहे है। गांव पैंतावास कलां की गलियां वर्षो से बदहाल है लेकिन प्रशासन गलियों की सुध लेने के लिए किसी तरह की जिम्मेदारी नहीं उठा रहा है। ग्रामीण सुरेन्द्र पंच, अमरजीत सोनी, कृष्ण कुमार, डा. संदीप ¨सह, भूप ¨सह सोनी, नरेश कुमार इत्यादि का कहना है कि गांव की अधिकतर गलियों में दूषित पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। घरों का गंदा पानी गलियों में जमा हो जाता है जिसके लोग दूषित पानी के बीच से आवागमन करने को विवश है। उन्होंने बताया कि ऐसे हालात गंदे पानी निकासी के कोई प्रबंध नहीं होने के कारण बने हुए है। गांव में शायद ही ऐसी गली बची है जिनमें गंदा पानी, कीचड़ जमा ना हो। उन्होंने कहा कि रात के समय गलियों से निकलना किसी जोखिम से कम नहीं रह जाता है। लोगों को कीचड़ के कारण फिसल कर गिरने की आशंका बनी रहती है। आए दिन कोई न कोई बच्चा, महिला, बुजुर्ग दूषित पानी में गिरकर घायल हो जाते है लेकिन प्रशासन द्वारा गलियों में दूषित पानी की निकासी के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं करवाई जा रही है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों तथा बाहर से आने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है।
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कई बार करवाया अवगत
ग्रामीणों ने बताया कि वे प्रशासन के अधिकारियों को लगातार गांव की खस्ताहाल गलियों के हालातों के बारे में अवगत करवाते आ रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन उदासीन रवैया अपनाए हुए है। गलियों की सुध लेने के लिए प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से गांव की बदहाल गलियों में दूषित पानी की निकासी की व्यवस्था जल्द करवाने की मांग की है।
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लटकते तारों से बना खतरा
ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव की कई गलियों में बिजली लाइन के तार नीचे लटक रहे हैं। जिन्हें ऊंचाई पर करने की मांग वे कई बार बिजली निगम के अधिकारियों से कर चुके हैं। इसके लिए प्रशासन को लिखित में शिकायत दी जा चुकी है। बिजली की लटकती तारों को लेकर उन्हें हर समय किसी अनहोनी होने का खतरा बना रहा है।