पगड़ी पानी में फेंकी, जसप्रीत पकड़ नहीं पाया और बह गया
जागरण संवाददाता पानीपत कार नहर में गिरने के बाद सबसे पहले पानी से गुरकरण बाहर निकल
जागरण संवाददाता, पानीपत: कार नहर में गिरने के बाद सबसे पहले पानी से गुरकरण बाहर निकला। इसके बाद जसप्रीत और यादविंद्र गाड़ी से बाहर आए। पानी के तेज बहाव में जसप्रीत बह गया। गुरकरण ने हाथ पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन पकड़ नहीं पाया। इसके बाद दोनों ने सिर पर बंधी खोली और रस्सी बनाकर जसप्रीत की ओर फेंकी। जसप्रीत पकड़ नहीं सका और पानी में बह गया। आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस
यादविद्र ने बताया कि जसप्रीत के पानी में बहने के बाद उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम 100 नंबर पर काल कर जानकारी दी। लोकेशन भेजने को कहा गया। गूगल मैप के माध्यम से लोकेशन भेजी। इसके आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। क्रेन से कार को नहर के बाहर निकाला। तीनों दोस्तों ने 11 हजार का चंदा एकत्र किया था
यादविद्र ने बताया कि वह और गुरकरण अपने गांव और जसप्रीत अपने गांव के युवाओं को कई दिन से जागरूक कर रहे थे कि किसानों के आंदोलन में शिरकत करें। ग्रामीणों से 11 हजार रुपये का चंदा एकत्र कर लिया था। ये चंदा किसान आंदोलन में जमा कराना था। उन्होंने हाईवे पर जाम से बचने के लिए नहर का रास्ता दिल्ली जाने के लिए चुना था। यहां पर हादसा हो गया और दोस्त पानी में बह गया। नहर पर रेलिग भी नहीं है, हादसे होने की आशंका
रिफाइनरी की ओर से पानीपत से होते हुए दिल्ली की तरफ नहर के रास्ते हर रोज हजारों वाहन जाते हैं। नहर की सड़क पर दिशा सूचक और साइन बोर्ड नहीं लगे हैं। न ही रिफ्लेक्टर की व्यवस्था है। न ही रेलिग लगाई है। जहां सिवाह मोड़ के पास कार नहर में गिरी है। वहां पर टी प्वाइंट बनता है। नहर के पुल की दीवार भी छोटी है। धुंध में तेज रफ्तार वाहनों के नहर में गिरने की आशंका है। यहां पर बड़ा हादसा भी हो सकता है। पीडब्ल्यूडी और पुलिस-प्रशासन की लापरवाही वाहन चालकों पर भारी पड़ सकती है। रविवार रात को और भी कई वाहन नहर में गिरने से बाल-बाल बचे। नहर का पानी कम करा दिया गया है। नहर किनारे सड़क पर दिशा सूचक बोर्ड और ब्रेकर लगवाने का काम पीडब्ल्यूडी का है।
सुरेश सैनी, एक्सईएन सिचाई विभाग साइन बोर्ड लगवाने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिख रखा है: डीएसपी
डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स का कहना है कि धुंध में सड़क हादसे ज्यादा होता हैं। पहले से ही पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा था कि सड़क और नहर किनारे दिशा सूचक बोर्ड और संकेतक लगाए जाएं। दिशासूचक लगवाने काम जल्द ही कराया जाएगा। वर्जन
थाना इसराना प्रभारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि कार को नहर से निकाल लिया है। पानी में बहे जसप्रीत को ढूंढने के लिए चार गोताखोर लगा रखे हैं। खूबडू, रोहतक व झज्जर पुलिस से संपर्क किया गया है है कि नहर कोई शव दिखाई देता है सूचित करें। मंगलवार को बोट के जरिये नहर में तलाश कराई जाएगी। जसप्रीत के स्वजनों ने अभी तक शिकायत नहीं दी है। फिलहाल हादसा मानकर मामले की जांच की जा रही है।
ये हो चुके हादसे
17 नवंबर 2015 को बाईपास पर तेज रफ्तार कार दिल्ली पैरलर नहर में गिर गई ।
इस हादसे में कार सवार सोनीपत के अमित शर्मा और साथ में बैठे उनके तीन साल के बेटे कुंज की मौत हो गई।
12 अक्टूबर 2016 को मेरठ के सदर दाल मंडी निवासी
सत्येंद्र पाल शर्मा की कार दिल्ली पैरेलल नहर में गिरी। इस हादसे में सत्येंद्र पाल सहित तीन की पानी में डूबने से मौत हो गई।