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परेशानी : दो माह से बिना अधिकारी के चल रहा है फायर ब्रिगेड विभाग, सैकड़ों फाइलें मंजूरी के इंतजार में

चरखी दादरी : फायर ब्रिगेड विभाग का जिला दादरी दफ्तर दो माह से बिना अधिकार

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 11:50 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 11:50 PM (IST)
परेशानी : दो माह से बिना अधिकारी के चल रहा है फायर ब्रिगेड विभाग, सैकड़ों फाइलें मंजूरी के इंतजार में

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : फायर ब्रिगेड विभाग का जिला दादरी दफ्तर दो माह से बिना अधिकारी के ही चल रहा है। यूं तो अग्निशमन अधिकारी की चार्ज डीसीओ को दिया हुआ है, लेकिन एनओसी समेत अन्य कार्य अग्निशमन अधिकारी द्वारा ही किया जाएगा, और पिछले करीब दो माह से उक्त सभी कार्य अटके पड़े हैं। बताया जा रहा है कि अधिकारी के न होने के चलते फिलहाल करीब आधा दर्जन संस्थाओं की फायर एनओसी लंबित पड़ी हुई हैं।

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दो माह पूर्व तत्कालीन मुख्य अग्निशमन अधिकारी का जिले से तबादला कर दिया गया था। तत्कालीन अधिकारी के तबादले के बाद उम्मीद थी कि जल्द ही किसी नए अधिकारी की तैनाती यहां की जाएगी, लेकिन दो माह का समय बीत चुका है और अधिकारी की तैनाती अभी तक नहीं की गई है। सरकार द्वारा एनओसी समेत अन्य कार्य ऑनलाइन किए जाने और अधिकारी न होने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक दर्जन से अधिक अस्पताल, स्कूल, दुकानों, शोरूमों की फायर एनओसी एक्सपायर होने की ओर है और अधिकारी न होने अब ऑनलाइन आवेदन भी नहीं हो पा रहे हैं। लोगों द्वारा फाइल बनाकर फायर दफ्तर भेजी जा रही हैं, लेकिन फाइलें दफ्तर में भी यूं ही पड़ी रहती हैं।

अग्निशमन अधिकारी का चार्ज फिलहाल डीसीओ नफे ¨सह को दिया हुआ है। जबकि नफे ¨सह अधिकारिक तौर पर कार्य नहीं कर सकते हैं। डीसीओ नफे ¨सह ने बताया कि दो माह से अधिकारी तैनात नहीं है। कई फाइलें अटकी पड़ी हैं। कई बार सरकार को अधिकारी की तैनाती के लिए लिखा जा चुका है। जरूरी है अग्निशमन विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र

विभिन्न प्रतिष्ठानों, भवनों, शैक्षणिक संस्थाओं, लघु उद्योगों, शोरूमों, सरकारी व गैर सरकारी विभागों के भवनों इत्यादि के लिए अन्य जरूरी कागजातों के अलावा अग्निशमन विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र जरूरी होता है। इसके बिना संचालन किया जाना मुश्किल होता है। विशेषकर स्कूलों, कालेजों को तो इस प्रमाण पत्र के बिना मान्यता ही नहीं मिल पाती। इसी तरह से नए मानकों के अनुसार सरकारी भवनों के लिए भी अग्निशमन विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र जरूरी कर दिया गया है। मौके पर जांच व ऑनलाइन व्यवस्था

सामान्य तौर पर अग्निशमन विभाग के अधिकृत अधिकारी मौके पर जाकर भवनों की जांच कर अनापत्ति पत्र जारी करते है। नए प्रावधानों के अनुसार यह प्रमाण पत्र ऑनलाइन शुरू किए गए है। लेकिन दादरी जिले में पिछले दो माह से अग्निशमन विभाग के अधिकारी का पद खाली रहने से कई फाइलें अधर में लटकी हुई है। जिससे आम लोगों का जरूरी कामकाज प्रभावित हो रहा है। ये है नियम

किसी भी सार्वजनिक व सरकारी भवन जहां से आम लोगों का सीधा संपर्क रहता है तथा शैक्षणिक संस्थानों में फायर सेफ्टी के कुछ मानक निर्धारित किए गए है। इसके लिए भवन निर्माण के मॉडल, खिड़कियों, एसी, दीवारों, वायु दबाव इत्यादि के कुछ नियमों के साथ-साथ अग्निशमन यंत्र इत्यादि की व्यवस्था करना जरूरी होता है। नए प्रावधानों में बड़े भवनों, स्कूल, कालेजों में फायर सेफ्टी बनवाना भी जरूरी है। आगजनी के हादसों में आएगी कमी

अग्निशमन विभाग से एनओसी लेने की प्रक्रिया जटिल है। ऐसे में अक्सर लोग एनओसी लेने में कतराते थे और आग से बचाव के इंतजाम किए बिना ही भवनों और अपार्टमेंटों का निर्माण कर लेते थे। इससे यहां आग लगने की आशंका बनी रहती थी। ऐसे में एनओसी के लिए ऑनलाइन व्यवस्था के लागू होने से लोग इसके लिए आसानी से आवेदन कर सकेंगे। इससे आग के हादसों में कमी आने की संभावना है।


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