12 साल का था तो पिता चल बसे थे, अब खुद रुखसत हुआ तो बेटा 12 साल का
अशोक ढिकाव भिवानी तोशाम बाईपास पर हुए सड़क हादसे में काल का ग्रास बने हिसार जिले के
अशोक ढिकाव, भिवानी
तोशाम बाईपास पर हुए सड़क हादसे में काल का ग्रास बने हिसार जिले के गांव कंवारी निवासी कुलदीप की मौत के बाद परिजनों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया है। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। इस दर्दनाक हादसे से करीब 24 साल पहले कुलदीप के पिता सूरजमल की भी क्रशर का ट्रक चलाते हुए सड़क हादसे में मौत हुई थी। तब कुलदीप 12 साल का ही था। उसके पिता की सड़क हादसे में मौत के बाद उसकी मां ने अपने इकलौते बेटे कुलदीप को पाल पोसकर बड़ा किया तो अब कुलदीप भी अपने पिता की तरह अपने 12-13 साल के बच्चों को छोड़कर चल बसा। पूरे परिवार को ही नहीं बल्कि, पूरे गांव को भी 24 साल पहले का वह दर्दनाक मंजर एक बार फिर से याद आ गया, जब उसके पिता की इसी तरह हादसे में मौत हो गई थी।
कुलदीप के परिचितों ने बताया कि कुलदीप काफी मेहनती व शरीफ था। कुलदीप का पिता सूरजमल भी गांव खानक के ही क्रशर पर काम करता था। कुलदीप 12 साल का था तो सूरजमल की भी खानक में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। सूरजमल की पत्नी लक्ष्मी देवी ने मेहनत मजदूरी कर कुलदीप को पालकर बड़ा किया। अब परिवार उस हादसे को भुलाकर ठीक से खड़ा हुआ था तो 24 साल के बाद इस हादसे ने फिर से अतीत को जिदा कर दिया। बुजुर्ग मां लक्ष्मी, कुलदीप की पत्नी व तीनों बच्चों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।
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तीन बच्चों का पिता था कुलदीप
कुलदीप के तीन बच्चे हैं। करीब 12 व 13 साल की दो लड़की व करीब 10 साल का एक लड़का। उसकी पत्नी, बच्चे व मां उसकी कमाई पर ही पूरी तरह से आश्रित थीं। अब उसकी मौत के बाद पूरे परिवार पर मुसीबत आन पड़ी है। पहले पिता की इस तरह से मौत और अब बेटे की ठीक उसकी तरह सड़क हादसे में जान जाने की घटना से पूरा परिवार हिल गया है।