मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरनारत किसानों ने चलाई जनसंपर्क मुहिम
नेशनल हाईवे 152 डी के लिए अधिग्रहण होने वाली भूमि की मुआ
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : नेशनल हाईवे 152 डी के लिए अधिग्रहण होने वाली भूमि की मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर बीते दस माह से अधिक समय से गांव रामनगर में धरना दे रहे किसानों की कमेटी ने रविवार को मकड़ाना, मकड़ानी आदि गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क अभियान चलाया। कमेटी जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों से विचार-विमर्श कर उन्हें आंदोलन के लिए एकजुट करने में जुटी हुई है।
उल्लेखनीय है कि गंगहेड़ी से नारनौल तक जाने वाले नेशनल हाईवे 152 डी के लिए जिले के 17 गांवों की करीब 760 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। अधिग्रहण होने वाली जमीन की मुआवजा राशि से किसान संतुष्ट नहीं हैं और वे मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर बीते 26 फरवरी से धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन बड़े अधिकारियों, मंत्रियों व सीएम से बात होने के बाद भी उनकी मांगें सिरे नहीं चढ़ पाई है। जिससे खफा होकर किसान एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। जिसके लिए धरना कमेटी जमीन अधिग्रहण से प्रभावित गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क अभियान के तहत किसानों को एकजुट करने में लगी हुई है।
गांव मकड़ाना में पहुंची कमेटी ने किसानों से आंदोलन में शामिल होने के लिए समर्थन मांगा। धरना संयोजक विनोद मौड़ी ने कहा कि किसानों द्वारा गर्मी, सर्दी, बारिश में धरना देने के बाद भी उनकी मांग अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। जिसके चलते वे अब अपनी मांग मनवाने के लिए दोबारा से आंदोलन को तेज करेंगे।
उन्होंने कहा कि धरना कमेटी जमीन अधिग्रहण से प्रभावित आधे से अधिक गांवों का दौरा कर किसानों से विचार-विमर्श कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सभी किसान आंदोलन के लिए एकजुट व तैयार है। धरना संयोजक ने कहा कि आगामी एक-दो दिनों में बचे हुए गांवों का दौरा करने के बाद जल्द ही धरनास्थल पर बैठक आयोजित कर आगामी आंदोलन की घोषणा करेंगे।