नमी को लेकर किसान, अफसरों में तनातनी, मुश्किल से बनी सहमति
संवाद सहयोगी, बाढ़ड़ा : अनाज मंडी में सोमवार को दूसरे शेडयूल की खरीद शुरू होते ही न
संवाद सहयोगी, बाढ़ड़ा :
अनाज मंडी में सोमवार को दूसरे शेडयूल की खरीद शुरू होते ही नमी को लेकर किसानों व खरीद अधिकारियों में तनातनी हो गई। जिससे किसानों ने सड़क जाम करने का एलान करते हुए सरसों बेचने से इंकार कर दिया। जिसके बाद प्रशासन को बड़ी मुश्किल से स्थिति संभालनी पड़ी। किसानों की ढेरियों को दिन में सुखा कर बेचने पर सहमति बनी। अनाज मंडी में आज सरसों खरीद के दूसरे शेड्यूल के प्रथम दिन हंसावास कलां के किसानों को बुलाया गया। जिसमें सौ से अधिक किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर पहुंचे। लेकिन पहली ढ़ेरी में ही नमी पाए जाने पर खरीद अधिकारियों ने साफ कर दिया कि आठ प्रतिशत से अधिक नमी पाए जाने पर किसी सूरत में खरीद नहीं की जाएगी। इससे किसानों का रोष बढ़ गया। सरपंच दिनेश श्योराण, राजेन्द्र, वजीर ¨सह इत्यादि किसानों ने खरीद न करने पर अनाज मंडी के सामने से गुजर रहे जुई रोड पर जाम लगाने का फैसला किया। जिसके बाद खरीद अधिकारी शमशेर ¨सह ने किसानों से बात की। उन्होंने कहा कि मापतोल करवाने से पहले सरसों खुले में रख कर सुखा कर लाएं। खरीद अधिकारियों व किसानों ने इस पर सहमति जताई और देर शाम तक सरसों खरीद हो पाई। मंडी के दूसरे दिन के शेडयूल में 24 अप्रैल को काकड़ौली सरदारा, 25 को गोपी, 27 को कारीमोद, 28 को कारीतोखा, 30 को पंचगावां, एक मई को भारीवास, 3 को मांढी हरिया, 4 को लाडावास, 5 का काकड़ौली हुकमी, 7 को काकड़ौली हट्ठी, 9 को पिचौपा खुर्द के गांवों के किसानों की सरसों खरीद की जाएगी।
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धीमा चल रहा उठान कार्य
कस्बे की अनाज मंडी में सरसों खरीद शुरू है। लेकिन उठान एजेंसी की मनमर्जी द्वारा समय पर ट्रक मुहैया न करवाने से सात से दस दिन पहले खरीदी गई सरसों अब भी मंडी के शेड के नीचे ही रखी है। इससे आज आई सरसों को रखने के लिए कम जगह होने के कारण खरीद अधिकारी व किसान परेशान नजर आए। भाकियू अध्यक्ष धर्मपल बाढ़ड़ा, महासचिव हरपाल भांडवा ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों को सुविधाएं देने में नाकाम साबित हो रही है।