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मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसलों का ब्योरा देने में रुचि नहीं ले रहे किसान

खरीफ की फसलों के सीजन को चार माह का समय बीत चुका है। इतने

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 07:59 PM (IST)
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसलों का ब्योरा देने में रुचि नहीं ले रहे किसान
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसलों का ब्योरा देने में रुचि नहीं ले रहे किसान

राजेश कादियान, बवानीखेड़ा : खरीफ की फसलों के सीजन को चार माह का समय बीत चुका है। इतने लंबे समय के बाद भी बवानीखेड़ा खंड के किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का ब्योरा प्रस्तुत करने में कोई खास रूचि नहीं दिखा रहे। किसानों को फसलों का ब्योरा पोर्टल पर अपलोड करने के लिए कृषि विभाग द्वारा 31 जुलाई तक का ही समय दिया गया है। इसके बावजूद भी अभी तक यहां के करीब 20 फीसद किसानों ने ही अपनी फसलों का ब्योरा दिया है। कृषि विभाग इस बारे में अप्रेल माह से ही किसानों को जागरूक करने में लगा हुआ है। लेकिन यहां के किसान अभी तक फसलों का ब्योरा प्रस्तुत नहीं कर पा रहे हैं। विभाग के निर्देश के अनुसार 100 फीसद किसानों का पोर्टल पर ब्योरा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हुए हैं। सबसे खास बात यह है कि ब्योरा प्रस्तुत करने वालों को ही कृषि विभाग द्वारा किसानों के हितों के लिए चलाई गई नगद राशि व अन्य सहायता उपलब्ध करवाई जानी है। अगर कोई किसान ब्योरा प्रस्तुत नहीं करता है तो उसे किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इन योजनाओं के लाभ के लिए यहां के किसान अभी तक जागरूक नहीं दिखाई दे रहे।

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कृषि विभाग अप्रैल माह से किसानों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए विशेष शिविर, नुक्कड़ सभाएं, गांवों में मुनादी के साथ-साथ निवर्तमान सरपंचों व नंबरदारों तक संपर्क कर रहा है ताकि यहां के किसान अधिक से अधिक फसलों का ब्योरा प्रस्तुत कर सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। फसलों का ब्योरा प्रस्तुत करने के लिए किसानों के पास 11 दिन का समय शेष है। अब देखने वाली बात यह होगी की किसान कहां तक सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए अपना शत फीसद ब्योरा प्रस्तुत करने में कामयाब हो पाते है। सीएससी सेंटर पर जाकर अपलोड करवाएं जानकारी

किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए रबी व खरीफ की फसलों का मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जानकारी देनी होती है। इतना ही नहीं कोई किसान धान की फसल की रोपाई की बजाये खाली जमीन छोड़ता है तो उसे भी कृषि विभाग द्वारा प्रति एकड़ सात हजार रुपये की आर्थिक मदद की जाती है। किसानों को स्वयं ही नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर अपना ब्योरा अपलोड करवाना पड़ता है। इसके साथ-साथ किसानों को योजना का लाभ के लिए पिछले सीजन की फसलों के बारे में भी जानकारी देनी होती है। योजना का लाभ उठाएं किसान : लांबा

खंड कृषि अधिकारी अमरजीत लांबा ने बताया कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए हर किसान को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों के बारे में जानकारी देना अनिवार्य है। अभी तक खण्ड के केवल 20 फीसद किसानों ने ही खरीफ फसलों की पोर्टल पर जानकारी उपलब्ध करवाई है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए 31 जुलाई तक अपनी फसलों का ब्योरा प्रस्तुत करें।


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