प्रदर्शन : अधिक फीस वसूलने पर भड़के छात्र, प्रबंधक के खिलाफ किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय जनता पीजी कालेज में पीजी पाठ्यक्रमों में 30 जुलाई से दा
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय जनता पीजी कालेज में पीजी पाठ्यक्रमों में 30 जुलाई से दाखिलों के समय नियमों से अधिक विलंब शुल्क वसूलने के विरोध में शुक्रवार को विद्यार्थियों ने इनसो के साथ मिलकर कालेज प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। इस दौरान विद्यार्थियों ने कालेज के मुख्य गेट पर धरना भी दिया। हालांकि बाद में कालेज प्राचार्य ने विश्वविद्यालय में बात कर नियमों के अनुसार लेट फीस लेने की बात कहकर विद्यार्थियों को शांत करवाया।
विद्यार्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन का नेतृत्व इनसो के राष्ट्रीय महासचिव सूरज बेनीवाल ने किया। विद्यार्थी संजीत धवन, राहुल, ओमबीर, रवि, अनुप्रिया, पूजा इत्यादि ने बताया कि कालेज में एमए व एमएससी पाठ्यक्रम में कई विद्यार्थियों ने शेड्यूल के अनुसार अंतिम दिन 30 जुलाई को दाखिला लिया था। उन्होंने बताया कि कालेज प्रबंधन द्वारा 30 जुलाई को 500 रुपये लेट फीस तथा 31 जुलाई व एक अगस्त को दाखिला करवाने वाले विद्यार्थियों से एक हजार रुपये तक लेट फीस के रूप में वसूले गए। जनता कालेज पहुंचे इनसो राष्ट्रीय महासचिव सूरज बेनीवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए पत्र के अनुसार 30 जुलाई तक लेट फीस का कोई प्रावधान ही नहीं है। इसके अलावा 31 जुलाई से 6 जुलाई तक 50 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से लेट फीस ली जा सकती है। बेनीवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ जाकर कालेज प्रबंधन द्वारा अधिक लेट फीस वसूली जा रही है। जिससे छात्रों की जेब पर अतिरिक्त व नाजायज बोझ पड़ रहा है। विद्यार्थियों से वसूली गई अधिक लेट फीस वापिस करने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने काफी देर तक नारेबाजी की। इस दौरान इनसो जिला अध्यक्ष बबलू चौधरी, जिला चेयरमैन संजीत धवन, जतिन गर्ग, रोहित फौगाट, प्रमोद बुमरा, कालेज अध्यक्ष रोहित महला, अंकित सांगवान मंदोला, विवेक यादव, अर¨वद सांगवान, अनूप शर्मा, सोनू साहू, सैम राजपूत इत्यादि मौजूद रहे। अधिक फीस हुई तो कर देंगे वापिस : प्राचार्य
जनता कालेज के प्राचार्य पीके अग्रवाल ने नारेबाजी कर रहे विद्यार्थियों को बताया कि उनके पास विश्वविद्यालय द्वारा पहले जो पत्र आया था, उसके अनुसार ही लेट फीस ली जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि विश्वविद्यालय द्वारा बाद में कोई नया नियम लागू किया है तो उसके अनुसार ही लेट फीस ली जाएगी। प्राचार्य अग्रवाल ने कहा कि लेट फीस का सारा पैसा विश्वविद्यालय में ही जमा करवाया जाता है। यदि किसी विद्यार्थी से अधिक लेट फीस ली गई हैं तो विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार वह वापिस कर दी जाएगी।