शहर में भीड़ के साथ बढ़ा अतिक्रमण
शहर में त्योहार पर भीड़ के साथ ही बढ़ा अतिक्रमण शहर में पुलिस और नप का तालमेल ना ह
अशोक ढिकाव, भिवानी: बेशक नगर परिषद और ट्रैफिक पुलिस बाजारों में जाम लगने की समस्या से निजात दिलाने के दावे कर रही हो, लेकिन बाजारों में बेरोक-टोक हो रहे अतिक्रमण के कारण ट्रैफिक व्यवस्था नहीं बन पा रही है।
नगर परिषद दुकानों के बाहर सामान रखकर किए जा रहे अतिक्रमण और फुटपाथ पर हो रहे कब्जों को रोक पाने में नाकाम है। इस कारण बाजारों के साथ ही सरकुलर रोड के भी हालत बिगड़ रहे हैं। रोजाना भिवानी शहर में ग्रामीण एरिया और स्थानीय करीब 25 हजार ग्राहक रोजमर्रा की वस्तुओं को खरीदने के लिए आते हैं तो इनमें मात्र पांच हजार लोग ही पैदल होते है, जबकि 20 हजार व्यक्ति वाहनों में आते हैं। बाजारों में पार्किंग की जगह ना होने के बावजूद वाहन बाजारों में प्रवेश करते है, जिससे समस्या दोगुना बढ़ जाती है। नगर परिषद व ट्रैफिक पुलिस के बीच तालमेल ना होने से यह समस्या बनी है। नप अधिकारियों को नहीं दिखता अतिक्रमण
भिवानी में बेशक कोरोना काल को लेकर अभी वह रौनक नहीं है, जो पिछले साल तक देखी गई थी, लेकिन बाजारों में दीपावली, करवाचौथ और अन्य त्यौहार को देखते हुए धीरे-धीरे भीड़ जरूर बढ़ रही है। बाजारों में दुकानदार पुराने ढर्रे पर ही चलकर त्योहारी सीजन का फायदा उठाकर दुकानों के बाहर तीन से आठ फुट तक सामान रखकर अतिक्रमण किए हैं। नगर परिषद अधिकारी इन बाजारों से गुजरते जरूर हैं, लेकिन अतिक्रमण को देखकर नजरें फेर लेते हैं। इस कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। शहर के घंटाघर, सराय चौपटा, किरोड़ीमल मंदिर, कपड़ा बाजार, बिचला बाजार, जैन चौक, नया बाजार, कृष्णा कालोनी बाजार में सबसे अधिक स्थिति खराब है।
भारी वाहनों पर कोई रोक नहीं
कहने को तो हांसी गेट, घंटाघर, महम चौक, जैन चौक व कृष्णा कालोनी चौक पर पुलिस का स्पेशल नाका होता है, ताकि इन बाजारों में भारी वाहन व कार आदि प्रवेश ना करे, लेकिन चौकाने वाली बात है कि पुलिस के सामने ही ये वाहन इन बाजारों में प्रवेश कर लेते हैं, पुलिस देखती रह जाती है। सबसे अधिक स्थित नया बाजार में ऐसा होता है। वहां पर अलग से स्पेशल पुलिस टीम तैनात है। इसके बावजूद स्थिति खराब है। इन बाजारों में लगता है जाम
- घंटाघर
- नया बाजार
- सराय चौपटा
- बर्तन बाजार
- जैन चौक
- जैन चौक लाल मस्जिद बाजार
-- हांसी गेट- नया बाजार मार्ग
-- महम गेट-फैंसी चौक मार्ग -शहर के 20 बाजारों में दुकानें 2000
रोजाना आने वाले अनुमानित ग्राहक : 20 से 25 हजार
- बाजारों में प्रवेश कने वाले छोटे-बड़े वाहन : 12 हजार
दुकानों के बाहर अतिक्रमण : 70 फीसद पार्किंग नही होने से भी बिगड़ी स्थिति
बाजारों में जाम की स्थिति होने का सबसे बड़ा कारण पार्किंग स्थ्ल ना होना है।
शहर के एक भी बाजार में पार्किंग स्थल नहीं है। करीब दो हजार दुकानदारों के खुद के वाहन ही दुकानों के
बाहर खड़े करने तक की जगह नहीं होती है।
----- यहां बनाए जा सके सकते है पार्किंग स्थल --नेहरू पार्क के साथ टैक्सी स्टैंड
-- हांसी गेट बेपटिस्ट स्कूल के साथ फुटपाथ पर
-- सराय चौपटा के पास गोशाला मार्किट
-- घंटाघर आदर्श धर्मशाला के सामने मार्केट के चौक पर
-- घंटाघर के साथ लगते केएम कालोनी का खाली ग्राउंड
-- जैन चौक केएम स्कूल के सामने नप मार्केट ग्राउंड
-- कृष्णा कालोनी रेलवे रोड पर खाली पड़ा ग्राउंड वर्जन
त्योहारी सीजन में हर बार पुलिस द्वारा नगर परिषद को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटवाने के लिए कहा जाता है। इसके साथ ही पुलिस उनका सहयोग करती है। अतिक्रमण हटाने का मुख्य कार्य नगर परिषद का है। अतिक्रमण हटने पर शह में जाम की लगभग खत्म हो जाएगी।
वीरेंद्र कुमार, डीएसपी जिला मुख्यालय भिवानी वर्जन
नगर परिषद जल्द ही पुलिस को साथ लेकर शहर के बाजारों से अतिक्रमण हटवाने का काम शुरू करेगी। इसके साथ ही अस्थाई पार्किंग स्थल भी बनाने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस को भी भारी वाहनों के प्रवेश को बाजार में रोकना चाहिए, ताकि जाम की समस्या से निजात मिले।
रणसिंह यादव, चेयरमैन नप भिवानी