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चेयरमैन के चुनाव में पंजाबियों का होगा बोलबाला तो राजपूत-ब्राह्मणों का भी अहम रोल

नगर परिषद के चुनाव अगले साल होने है लेकिन उससे पहले ही समाज

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 08:18 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 08:18 AM (IST)
चेयरमैन के चुनाव में पंजाबियों का होगा बोलबाला तो राजपूत-ब्राह्मणों का भी अहम रोल

जागरण संवाददाता, भिवानी :

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नगर परिषद के चुनाव अगले साल होने है लेकिन उससे पहले ही समाज के हिसाब से जोड़ तोड़ शुरू हो गया है। परिषद क्षेत्र की बात करें तो पंजाबी समाज के लोगों का यहां बोलबाला है। कारण है 25 हजार से ज्यादा वोट वह अपने समाज के लिए हुए है। इसी प्रकार राजपूत-ब्राह्मणों का वोट बैंक भी अहम रोल अदा करेगा। शहर की राजनीति में जाट, कुम्हार, वाल्मीकि अग्रवाल समाज के लोग अपने वोट से सभी के समीकरण बिगाड़ेंगे। वहीं दूसरी तरफ महिला आरक्षित सीट होने के साथ ही पार्षद व चेयरमैन-पूर्व चेयरमैन अपने परिवार की महिलाओं को चुनाव लड़ाने के लिए तैयार हो गए हैं।

नगर परिषद के शहर में 31 वार्ड है। परषिद के चेयरमैन पद के लिए 2017 में चुनाव हुए थे और रणसिंह चेयरमैन बने थे। उस समय पार्षदों ने ही चेयरमैन का चुनाव किया था। लेकिन 31 पार्षदों का चुनाव जनता ने अपने वोट से किया था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। उस चुनाव में सभी समाज के वोट बैंक का अहम रोल रहा था।

पार्षदों की बात करें तो पंजाबी समाज के वोट बैंक को अपनी तरफ करने के लिए वह अभी से लगे हुए है। वहीं चेयरमैन की सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने के साथ ही अब सभी अपने परिवार की महिलाओं को तैयार करने में जुट गए है।

काफी परिवार उतर सकते है मैदान में

यदि हम चेयरमैन पद के लिए बात करें तो सबसे पहले मौजूद चेयरमैन ही अपने परिवार में से महिला को उतार सकते है। वह पार्टी के इशारे का इंतजार करेगी। वहीं दूसरी तरफ स्व. नंदलाल चावला के परिवार में मौजूदा समय में महिला पार्षद है। वह चेयरमैन की कुर्सी को दोबारा हासिल करने के लिए भी अपने परिवार से महिला को मैदान में उतार सकते है। इसके अलावा पार्षद ईश्वर मान, बिल्लू बादशाह, मामन चंद, भवानी प्रताप, सेवादेवी ढिल्लो भी इस लड़ाई में आगे आ सकते है। उनकी तरफ से परिवार की महिलाओं को नारी शक्ति के रूप में आगे लाया जा सकता है। चेयरमैन की कुर्सी के लिए पार्टियों कह नजर

जिले में मौजूदा समय में भाजपा के सांसद और शहर में विधायक है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौ. बंसीलाल का अपना वर्चस्व है। इस लिए नगर परिषद के चेयरमैन की कुर्सी को पाने के लिए हर पार्टी भी अपना जोर लगाएगी। पार्टियों की तरफ से पहले से समीकरण पर चर्चाएं चल रही है लेकिन अब ड्रा होने के बाद यह काम तेजी से होगा। हर कोई अपने स्तर पर अपने नेता और कार्यकर्ता को उतार कर जीत के लिए प्रयास करेगा।

नौ वार्ड है महिला आरक्षित

मौजूदा समय में नगर परिषद के समीकरण को देखे तो इस समय नौ वार्ड महिला वर्ग के लिए आरक्षित है। इन पर महिलाओं के अलावा चार अन्य ऐसे वार्ड है जहां महिला पार्षद हैं। 31 में से 13 महिला पार्षद होने के कारण आने वाला समय महिला शक्ति के लिए काफी बेहतर क्षण लेकर आएगा।


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