ईको फ्रेंडली दीपावली मनाने की अपील रही असरदार, पहले की अपेक्षा कम हुई आतिशबाजी
चरखी दादरी : रोशनी का पर्व दीपावली इस बार भी दादरी जिले में धूमधाम से मनाय
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : रोशनी का पर्व दीपावली इस बार भी दादरी जिले में धूमधाम से मनाया गया। बुधवार की रात दीपावली पर्व पर लोगों ने भगवान श्री गणेश, मां लक्ष्मी की पूजा की और सुख-समृद्धि की कामनाएं की। हालांकि दीपावली पर्व को लेकर एक सप्ताह पूर्व से ही लोग तैयारियों में जुटे हुए थे। इस बीच धनतेरस, छोटी दिवाली फिर बुधवार को दीपावली पर्व को लेकर बाजारों में हर तरफ साज-सजावट और रौनक दिखाई दी।
दीपावली पर्व की संध्या हर तरफ दीपों की रोशनी से जगमग नजर आई। पूरी रात हर तरफ साज-सजावट, दीपों की जगमगाहट और लड़ियों की चमक के साथ दिवाली की छटा देखते ही बनी। यह पर्व घरों को दीपक और लाइटों से रोशन कर एक दूसरे को मिठाइयां बांट कर खुशियों के साथ मनाया गया। पटाखों रहित दीपावली मनाने की अपील इस बार काफी असरदार रही। पहले की अपेक्षा इस बार पटाखों का शोर काफी कम सुनाई पड़ा। दीपावली के दिन भी बाजारों में सुबह से ही अन्य दिनों की तरह काफी भीड़ खरीददारी के लिए पहुंचनी शुरू हो गई थी। लोगों ने मां लक्ष्मी पूजन संबंधी सामग्री के साथ ही दैवीय प्रतिमाओं एवं प्रसाद की खरीददारी की। दीप के पर्व पर नए कपड़े पहनने की भी बड़ी पुरानी प्रथा चली आ रही है। इसके चलते नगर के कपड़ा प्रतिष्ठानों में लोगों ने जमकर खरीददारी की। शाम को लोगों ने अपने घरों में भगवान श्रीगणेश, मां लक्ष्मी की पूजा कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। शाम करीब 5.57 से लोगों ने पूजा अर्चना शुरू की जो करीब 7.53 बजे तक शुभ मुहूर्त के अनुसार जारी रही। इसके बाद फूलझड़ियां, फिरकी व पटाखे चलाकर बच्चों ने पर्व की खुशियां मनाई। जगमगा उठा सारा दादरी
बुधवार शाम को लक्ष्मी पूजन, श्री गणेश पूजन के बाद लोगों ने अपने घरों में घी के दीपक व मोमबत्तियां जलाई। इससे पूरा शहर व ग्रामीण आंचल भी भी जगमगा उठा। इस बार चाइनीज झालर, लड़ियां काफी कम नजर आई, उनकी जगह लोगों ने ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के दीये और मोमबत्तियों से अपने घरों को रोशन किया। शहीदों को दी श्रद्धांजलि
इस बार दीपावली में सबसे अलग बात यह नजर आई कि दादरी नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर लोगों ने अपने घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों इत्यादि पर एक-एक दीया शहीदों के नाम पर प्रज्जवलित किया। विशेषकर पिछले दिनों सीमाओं की रक्षा व आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते, उनकी शहादत को नमन करते हुए लोगों ने दीप प्रज्जवलित किए। रात 10 बजे के बाद भी होते रहे आतिशबाजी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा रात्रि 8 से 10 बजे तक आतिशबाजी करने की अनुमति देने के बाद भी दादरी जिले में देर रात तक पटाखों का शोर सुनाई दिया। रात को करीब 12 बजे तक लोग पटाखे चलाते रहे। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा शहर के मुख्य मार्गो, बाजारों व पुराने शहर में गश्त की जा रही थी। जिसमें दुर्गा शक्ति के अलावा पुलिस राइडर शामिल थे। आतिशबाजी कर रहे युवा, बच्चें पुलिस सायरन की आवाज सुनकर एक बार तो अपने घरों में चले गए। उसके बावजूद भी कुछ लोगों ने आतिशबाजी जारी रखी।