कपास खरीद नहीं होने से किसानों को नुकसान
संवाद सूत्र जुई जुई अनाज मंडी में कपास की सरकारी खरीद ना होने से किसानों को सस्ते दाम प
संवाद सूत्र, जुई : जुई अनाज मंडी में कपास की सरकारी खरीद ना होने से किसानों को सस्ते दाम पर कपास बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। प्रति क्विंटल किसानों को कम भाव मिलने से लगभग 600 से 700 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। क्षेत्र में लगभग चार हजार किसानों ने कपास की फसल का रजिस्ट्रेशन किया है। सफेद मक्खी से किसानों की कपास की फसल बर्बाद हो गई थी, जिसके कारण फसल की पैदावार बहुत कम हुई है। किसानों को सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। लेकिन जुई क्षेत्र में कपास की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो रही है। भाजपा सांसद धर्मवीर सिंह और पूर्व विधायक शशि रंजन परमार से भी सरकारी खरीद शुरू करने की मांग कर चुके हैं। इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के जुई जोन प्रभारी सूरत सिंह पहलवान ने बताया कि जुई में कपास की सरकारी खरीद शुरू कराने के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। किसानों को कपास खरीद शुरू नही होने के कारण आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।