सेवा का मौका मत जाने दो-कंवर हुजूर
जागरण संवाददाता, भिवानी: राधास्वामी मत का सिद्धांत दीनता और गरीबी है। इसमें सत्य और सेवा का
जागरण संवाददाता, भिवानी: राधास्वामी मत का सिद्धांत दीनता और गरीबी है। इसमें सत्य और सेवा का पाठ पढ़ाया जाता है। सेवा का मौका हाथ से मत जाने दो, क्योंकि सेवा प्रेम को जगाती है और प्रेम भक्ति को जनता है। यह सत्संग वचन परमसंत सतगुरु कंवर साहेब महाराज ने भिवानी के रोहतक रोड पर स्थित राधास्वामी आश्रम में उपस्थित सेवादारों के बीच फरमाया। वे गुरु नानक जयंती के अवसर पर होने वाले सत्संग की पूर्व संध्या पर सेवा करने आये सेवादारों को दर्शन और सत्संग दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सेवा नि:स्वार्थ भाव से होनी चाहिए। अपने सुख आराम को त्याग कर की गई सेवा भक्ति सबसे बड़ी होती है। सेवा में प्रेम की परख होती है। गुरु दरबार की सेवा से बड़ा कुछ भी नही है। सेवा में ना चतुराई की जरूरत है ना बुद्धि की। सेवा का लाभ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मिलता है। सत्संग वो है जहां नाम की महिमा गाई जाती है। इंसान के जीवन को सामाजिक रूप से और आध्यात्मिक रूप से ऊंचा उठाने का काम सत्संग करता है। सत्संग किसी वाणी गाने से या कोई कथा पुस्तक पढ़ने मात्र से ही नही होता, अपितु सत्संग तो हर पल चलता ही रहता है। माया और काल हर पल अपना फंदा लिए खड़े रहते हैं। उनसे बचने के लिए हमें हर पल जुगत लगानी पड़ेगी।